अमेरिका ने कहा कि वह भारत के साथ अपनी साझेदारी को और गहरी करेगा. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के इंटरिम नेशनल सिक्योरिटी स्ट्रेटजिक गाइडेंस में ये बातें कही गई हैं. यह गाइडेंस राष्ट्रपति बाइडेन का विजन है, जिससे यह जाहिर होता है कि कैसे अमेरिका दुनिया के बाकी देशों के साथ अपने संबंधों को आगे बढ़ाएगा.


इसके साथ ही, अमेरिका के विदेश विभाग ने कहा-  भारत के 'लोकतांत्रिक मूल्य' के साथ केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में सिलसिलेवार तरीके से पूर्ण रूप से आर्थिक और राजनीतिक बहाली के कदमों का हम स्वागत करते हैं.


'भारत-पाकिस्तान के बीच हो सीधी बातचीत'


अमेरिकी विदेश विभाग ने आगे कहा- अमेरिका का भारत के साथ महत्वपूर्ण संबंध है, जैसा कि मैंने कहा लेकिन पाकिस्तान के साथ भी है. यह संबंध अपने हिसाब से अहमियत रखता है. अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा- हम कश्मीर पर भारत और पाकिस्तान के बीच सीधी बातचीत का समर्थन करते हैं.


पिछले महीने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कार्यभार संभालने के बाद पहली बार चीन के अपने समकक्ष शी जिनपिंग के साथ बातचीत में चीन की अनुचित व्यापार प्रथाओं, हॉन्गकॉन्ग में उसकी सख्त कार्रवाई, शिनजियांग में मानवाधिकारों का हनन और क्षेत्र में उसकी मुखरता के बारे में अपनी बुनियादी चिंताओं को व्यक्त किया.


पेंटागन द्वारा चीन पर एक कार्यबल की घोषणा के बीच दोनों नेताओं की फोन पर वार्ता हुई. बाइडन के 20 जनवरी को अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली फोन वार्ता थी. बातचीत के दौरान बाइडन ने चंद्र नव वर्ष के अवसर पर चीनी लोगों को अपनी शुभकामनाएं भी दीं. व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा कि बाइडन ने अमेरिकी लोगों की सुरक्षा, समृद्धि, स्वास्थ्य और जीवन की रक्षा करने की अपनी प्राथमिकता को दोहराया और एक स्वतंत्र तथा खुले हिंद-प्रशांत की वकालत की.


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