वाशिंगटन: अमेरिका के पूर्व उपराष्ट्रपति जो बाइडेन यदि नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव में जीत हासिल कर लेते हैं, तो अमेरिका की विदेश नीति में बड़े बदलाव किए जाने की संभावना है. बाइडेन सत्ता में आने पर देश के मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के कुछ अहम और सबसे साहसिक कदमों को पलट सकते हैं. अमेरिका में इस साल नवंबर में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने हैं.


हथियार नियंत्रण और आव्रजन जैसी नीतियों में बदलाव

राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार बाइडेन और उनके सलाहकारों ने पश्चिम एशिया से लेकर एशिया तक, लैटिन अमेरिका से अफ्रीका तक, खासकर यूरोप में और व्यापार, आतंकवाद, हथियार नियंत्रण एवं आव्रजन के मामलों के संबंध में विदेश नीति में बड़े बदलाव करने का संकल्प लिया है.

बाइडेन ने मंगलवार को मीडिया से कहा था, ‘‘मुझे पता है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काम कैसे करना है. मैं अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा एवं खुफिया मामलों को समझता हूं.’’

ब्रिटेन-यूरोपियन यूनियन से बिगड़े अमेरिका के रिश्ते

राष्ट्रपति ट्रंप के कार्यकाल में कई देशों के साथ अमेरिका के रिश्तों में कुछ बदलाव आया. एक तरफ ब्रिटेन और यूरोपियन यूनियन जैसे अपने हमेशा के साथियों के साथ ट्रंप ‘ट्रेड वॉर’ के कारण भिड़ते नजर आए, तो वहीं उत्तर कोरिया जैसे ‘दुश्मन’ देश के साथ रिश्ते सुधारने की कोशिश करते दिखे.

ऐसे में माना जा रहा है कि बाइडेन दूसरे देशों को लेकर अमेरिकी विदेश नीति में ट्रंप के उठाए गए कदमों को बदल सकते हैं. अमेरिका में नवंबर के महीने में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होना है, जहां मौजूदा राष्ट्रपति ट्रंप रिपब्लिकन उम्मीदवार के तौर पर उतर रहे हैं, तो पूर्व उप-राष्ट्रपति बाइडेन डेमोक्रेट्स की ओर से चुनौती पेश कर रहे हैं.

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