America: अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल के रिपोर्टर को रूस ने जासूसी के आरोपों में गिरफ्तार किया है. जिस पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का बयान सामने आया है. उन्होंने स्ट्रीट जर्नल के रिपोर्टर इवान गेर्शकोविच को रिहा करने का आग्रह किया है. इससे पहले व्हाइट हाउस ने रूस के इस कदम की 'कड़े शब्दों' में निंदा की थी. 


शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान जो बाइडेन ने रूस को संदेश देते हुए कहा कि उसको छोड़ दो. बाइडेन ने साफ़ तौर पर गेर्शकोविच को रिहा करने को कहा. इस बयान के बाद बाइडेन तूफान से तबाह मिसीसिपी की यात्रा के लिए निकल गए. चलते चलते यह पूछे जाने पर कि क्या वह अमेरिका में रूसी राजनयिकों या पत्रकारों को निष्कासित करेंगे, बाइडेन ने कहा कि अभी यह योजना नहीं है. 


अखबार ने जासूसी के आरोप को किया खारिज 


बता दें कि शीत युद्ध के बाद से जासूसी के आरोपों में किसी अमेरिकी पत्रकार की गिरफ्तारी का यह पहला मामला है. इस मामले में अमेरिकी अखबार 'वॉल स्ट्रीट जर्नल' ने जासूसी के आरोपों को खारिज किया है. इस मामले पर अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि प्रशासन गेर्शकोविच की गिरफ्तारी के बारे में बेहद चिंतित है. हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे. व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव काराइन जीन पियरे ने इस मामले को लेकर कहा कि अमेरिकी विदेश विभाग रूसी सरकार के सीधे संपर्क में है और पत्रकार के कांसुलर एक्सेस सुरक्षित करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा है.


हमने रंगे हाथों गिरफ्तार किया: रूस 


रूस ने अमेरिकी पत्रकार के गिरफ्तारी के मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि हमने उन्हें रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया. दरअसल, क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेसकोव ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा कि यह कोई संदेह का मामला नहीं है. 


गौरतलब है कि रूस ने वॉल स्ट्रीट जर्नल के लिए काम करने वाले एक अमेरिकी पत्रकार को जासूसी के आरोप में पकड़ा है. इवान गेर्शकोविच को गुरुवार को कथित तौर पर गोपनीय जानकारी हासिल करने की कोशिश करते हुए हिरासत में लिया गया था. 


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