अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन ने भारतीय मूल के रोहित चोपड़ा को उपभोक्ता वित्त संरक्षण ब्यूरो का प्रमुख नामित किया. यदि बाइडन के इस प्रस्ताव पर सीनेट ने मुहर लगा दी तो चोपड़ा कैथलीन क्रेनिंगर के स्थान पर ब्यूरो के निदेशक बनेंगे. यह ब्यूरो उपभोक्ता के वित्तीय हितों का संरक्षण करता है.
चोपड़ा अभी संघीय व्यापार आयोग में एक आयुक्त हैं. उन्होंने निष्पक्ष, प्रतिस्पर्धी बाजारों को बढ़ावा देने की सक्रिय रूप से वकालत की है. चोपड़ा इससे पहले उपभोक्ता वित्त संरक्षण ब्यूरो के सहायक निदेशक के रूप में काम कर चुके हैं.
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपने प्रशासन में अहम पदों पर 13 महिलाओं समेत कम से कम 20 भारतीय-अमेरिकियों को नामित किया है. इन 20 भारतीय-अमेरिकियों में से कम से कम 17 लोग शक्तिशाली व्हाइट हाउस में अहम पद संभालेंगे. अमेरिका की कुल आबादी का एक प्रतिशत भारतीय-अमेरिकी हैं और इस छोटे समुदाय से किसी प्रशासन में पहली बार इतनी अधिक संख्या में लोगों को नियुक्त किया जाएगा.
बाइडन 20 जनवरी को अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण करेंगे और इसी दिन कमला हैरिस शपथ ग्रहण करके देश की पहली महिला उपराष्ट्रपति के रूप में कार्यभार संभालेंगी. हैरिस अमेरिका में भारतीय मूल की पहली उपराष्ट्रपति होंगी. वह यह कार्यभार संभालने वाली पहली अफ्रीकी-अमेरिकी भी होंगी. यह पहली बार है, जब शपथ ग्रहण समारोह से पहले किसी राष्ट्रपति के प्रशासन में इतनी अधिक संख्या में भारतीय-अमेरिकियों को नामित किया गया है. बाइडन के प्रशासन में अब भी कई पद रिक्त हैं.
इस सूची में सबसे ऊपर नीरा टंडन और डॉ. विवेक मूर्ति हैं. बाइडन प्रशासन में व्हाइट हाउस कार्यालय के प्रबंधन एवं बजट के निदेशक के तौर पर टंडन और अमेरिकी सर्जन जनरल के तौर पर डॉ. मूर्ति को नामित किया गया है. वनीता गुप्ता को विधि मंत्रालय की एसोसिएट अटॉर्नी जनरल नामित किया गया है. बाइडन ने शनिवार को विदेश सेवा की पूर्व अधिकारी उजरा जेया को असैन्य सुरक्षा, लोकतंत्र एवं मानवाधिकार के लिए अवर विदेश मंत्री नियुक्त किया.
‘इंडियासपोरा’ के संस्थापक एम आर रंगास्वामी ने ‘पीटीआई’ से कहा, ‘‘भारतीय-अमेरिकी समुदाय ने लोक सेवा के लिए पिछले कई वर्षों में जो समर्पण दिखाया है, उसे इस प्रशासन की शुरुआत में ही मान्यता मिल रही है. मैं खासकर इस बात से खुश हूं कि इनमें महिलाओं की संख्या अधिक है.’’ माला अडिगा को भावी प्रथम महिला डॉ. जिल बाइडन की नीति निदेशक और गरिमा वर्मा को प्रथम महिला के कार्यालय की डिजिटल निदेशक नियुक्त किया गया है, जबकि सबरीना सिंह को उनकी उप प्रेस मंत्री नियुक्त किया गया है. व्हाइट हाउस में पहली बार ऐसे दो भारतीय-अमेरिकियों को स्थान दिया गया है, जो मूल रूप से कश्मीर से संबंध रखते हैं. इनमें आयशा शाह को व्हाइट हाउस कार्यालय की डिजिटल रणनीति की ‘पार्टनरशिप मैनेजर’ और समीरा फाजली को व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रीय आर्थिक परिषद् की उप निदेशक नामित किया गया है.
व्हाइट हाउस राष्ट्रीय आर्थिक परिषद् में एक अन्य भारतीय अमेरिकी भारत राममूर्ति को उपनिदेशक नियुक्त किया गया है. गौतम राघवन को व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति कार्मिक कार्यालय में उप निदेशक नामित किया गया है. विनय रेड्डी को बाइडन का भाषण निदेशक नामित किया गया है। वेदांत पटेल राष्ट्रपति के सहायक प्रेस मंत्री के तौर पर जिम्मेदारी संभालेंगे. तीन भारतीय अमेरिकियों को व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में नामित किया गया है. तरुण छाबड़ा को प्रौद्योगिकी एवं राष्ट्रीय सुरक्षा का वरिष्ठ निदेशक, सुमोना गुहा को दक्षिण एशिया के लिए वरिष्ठ निदेशक और शांति कलाथिल को लोकतंत्र एवं मानवाधिकार समन्यवय नियुक्त किया गया है.
इनके अलावा सोनिया अग्रवाल को व्हाइट हाउस में घरेलू पर्यावरण नीति कार्यालय में पर्यावरणीय नीति एवं नवोन्मेष की वरिष्ठ सलाहकार और विदुर शर्मा को व्हाइट हाउस कोविड-19 कार्रवाई दल में जांच के लिए नीति सलाहकार नामित किया गया है. दो भारतीय अमेरिकी महिलाओं को व्हाइट हाउस मंत्रणा कार्यालय में नियुक्त किया गया है. नेहा गुप्ता को एसोसिएट काउन्सल और रीमा शाह को डिप्टी एसोसिएट काउन्सल नियुक्त किया गया है.
इसके अलावा व्हाइट हाउस में पहली बार तीन अन्य दक्षिण एशियाई लोगों को अहम पदों पर नामित किया गया है. पाकिस्तानी अमेरिकी अली जैदी को व्हाइट हाउस उप राष्ट्रीय जलवायु सलाहकार, श्रीलंकाई-अमेरिकी रोहिणी कोसोग्लु को उपराष्ट्रपति की घरेलू नीति सलाहकार और जायन सिद्दिकी को व्हाइट हाउस डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ का वरिष्ठ सलाहकार नियुक्त किया गया है.
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