यूक्रेन पर रूसी आक्रमण को लेकर अमेरिका लगातार रूस पर एक्शन ले रहे हैं. इसी बीच अब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि वह चाहते हैं कि रूस को जी (समूह)-20 से बाहर कर दिया जाए. यूक्रेन पर रूस के हमले को लेकर नाटो की आपात बैठकों के बाद ब्रुसेल्स में गुरुवार को जो बाइडेन ने यह बात कही. बता दें कि जी-20, 19 देशों और यूरोपीय संघ का अंतर सरकारी मंच है जो प्रमुख वैश्विक मुद्दों पर काम करता है.
जो बाइडेन ने कहा कि उन्होंने गुरुवार को अन्य वैश्विक नेताओं के साथ यह मुद्दा उठाया है. उन्होंने कहा कि वह चाहेंगे कि समूह से रूस को बाहर किया जाए और अगर इससे इंडोनेशिया तथा अन्य असहमत होंगे तो वह कहेंगे कि यूक्रेन के नेताओं को बातचीत में शामिल होने की अनुमति दी जाए. जब बाइडेन से पूछा गया कि क्या रूस को समूह से हटा देना चाहिए, तो उन्होंने कहा, "मेरा जवाब हां है, G20 पर निर्भर करता है."
यूक्रेन के 1,00,000 शरणार्थियों को पनाह देगा अमेरिका
अमेरिका, रूस के हमले के कारण यूक्रेन से पलायन करने वाले 35 लाख लोगों में से एक लाख तक शरणार्थियों को अपने देश में पनाह देगा. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. व्हाइट हाउस पिछले कई सप्ताह से कहता रहा है कि अमेरिका यूक्रेन के शरणार्थियों का स्वागत करेगा लेकिन अधिकारियों का अनुमान है कि अधिकतर शरणार्थी यूरोप में ही रहना पसंद करेंगे.
शरणार्थी एजेंसियों ने जो बाइडन प्रशासन से कुछ और कदम उठाने का आग्रह करते हुए कहा है कि अमेरिका यूक्रेन के लोगों के आगमन की प्रक्रिया को तेज करे. इससे पहले बाइडन प्रशासन ने 2022 बजट वर्ष के लिए शरणार्थियों की संख्या 1,25,000 तक सीमित करने की घोषणा की थी.
यूक्रेन में रूस के 7000 से 15000 सैनिक मारे गये: नाटो
इससे पहले नाटो ने बुधवार को दावा किया था कि यूक्रेन में पिछले चार हफ्ते से जारी लड़ाई में 7000 से 15000 रूसी सैनिक मारे गये हैं. तुलनात्मक दृष्टि से रूस ने अफगानिस्तान में 10 वर्षों में करीब 15000 सैनिक गंवाये थे. उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि गठबंधन का यह आकलन यूक्रेन के अधिकारियों से मिली जानकारी तथा खुले स्रोतों से जुटायी गयी खुफिया सूचनाओं पर आधारित है, जिसे रूस ने जानबूझकर जारी किया या नहीं किया.
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