बाइडेन के बेटे को मिली गन और टैक्स फ्रॉड मामले में माफी! भारतीय बिजनेसमैन सुहेल सेठ बोले- 'ये अमेरिकी न्याय प्रणाली का मजाक'
Joe Biden Pardon of Hunter Biden: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपने बेटे हंटर बाइडन को बिना शर्त माफी दी, जिससे अमेरिकी न्याय व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं.
Joe Biden Pardon of Hunter Biden: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने बेटे हंटर बाइडेन को माफी दी है, जिस पर भारतीय कारोबारी सुहेल सेठ ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. सुहेल सेठ ने इसे अमेरिकी न्याय प्रणाली का मज़ाक करार दिया है. उन्होंने इस फैसले को राजनीतिकरण का प्रतीक बताते हुए अमेरिकी न्याय विभाग पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
हंटर बाइडेन को बंदूक रखने और टैक्स फ्रॉड के मामले में 16 दिसंबर को सजा सुनाई जानी थी. सुहेल सेठ ने कहा, "कल जो बाइडेन ने अपने बेटे हंटर बाइडेन को बिना शर्त माफी दी, यह अमेरिकी न्याय प्रणाली का मजाक है. अमेरिका में न्याय विभाग को हथियार बना दिया गया है. हमनें देखा कि डोनाल्ड ट्रंप के साथ क्या हुआ. वही जज जिसने ट्रंप को अभियुक्त बनाया था, अब उसी ने मामला वापस ले लिया है. यह एक अनहोली मेस (अनैतिक) है." उन्होंने इस मुद्दे को भारत से भी जोड़ा और कहा कि यह भारतीय कारोबारियों की सफलता से जुड़े मामलों को लेकर अमेरिका के दोहरे मापदंड को दिखाता है.
अडानी मामले का जिक्र
सुहेल सेठ ने अडानी ग्रुप का उदाहरण देते हुए कहा, "हमने अडानी के साथ क्या देखा? पहले वे प्रेस बयान जारी करते हैं कि अडानी का नाम लिया गया है. फिर वे दूसरा बयान जारी करते हैं कि उनके नाम नहीं हैं. यह साफ तौर पर भारतीय व्यापारिक सफलता का राजनीतिकरण है." सेठ ने अमेरिकी राष्ट्रपति की माफी को लेकर सवाल उठाया और कहा, "अगर अमेरिकी राष्ट्रपति को लगता है कि उनके बेटे के साथ अन्याय हुआ है तो किसी भी भारतीय कंपनी के साथ यह कैसे न्यायसंगत हो सकता है, चाहे वह अडानी हो या कोई और?"
अमेरिका को ‘बनाना रिपब्लिक’ बताया
सुहेल सेठ ने अमेरिकी न्याय प्रणाली पर कटाक्ष करते हुए कहा, "अमेरिकियों को यह समझना चाहिए कि वे वास्तव में एक बनाना रिपब्लिक में रह रहे हैं, जहां उनका साम्राज्य बिखर रहा है, खासकर जब वे मानते हैं कि न्याय उनकी एक महत्वपूर्ण उम्मीद का स्तंभ है." यह बयान अमेरिकी न्याय व्यवस्था और अंतरराष्ट्रीय राजनीति के जटिल रिश्तों पर नए सवाल खड़े करता है, जो वैश्विक स्तर पर गंभीर बहस का मुद्दा बन सकता है.
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