जाते-जाते PAK पर जो बाइडेन ने बदल लिया अपना स्टैंड? जिस बात से खफा रहता है अमेरिका अब उसी बात के लिए कर रहा तारीफ
अमेरिका ने FATF की ग्रे लिस्ट से पाकिस्तान को हटाए जाने की भी तारीफ की है और कहा कि पाक ने आतंकवादी वित्तपोषण का मुकाबला करने में प्रगति की है.
अमेरिका की जो बाइडेन सरकार ने कहा है कि टेरर फंडिंग और क्षेत्रीय चरमपंथी नेटवर्क की लगाम कसने के लिए पाकिस्तान ने उल्लेखनीय प्रगति की है. उसने न सिर्फ अपने देश में बल्कि दूसरे देशों में भी आतंकी गतिविधियों में शामिल अपने नागरिकों के खिलाफ कार्रवाई की है. अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने इसी हफ्ते यह रिपोर्ट जारी की है. बाइडेन सरकार लंबे समय से आंतकवाद के लिए पाकिस्तान को लेकर सख्त रुख अपनाए हुए है, लेकिन अब उसका रुख बदला हुआ नजर आ रहा है. हालांकि, रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि 2023 से आतंकी हमलों में बढ़ोतरी हुई है, जिसने सुरक्षा के खतरे को भी बढ़ाया है.
पाकिस्तानी न्यूज पेपर द डॉन में छपी रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका विदेश मंत्रालय ने कहा है कि मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद के लिए फंडिंग को रोकने के लिए पाकिस्तान की ओर से काम किया गया है. साथ ही नेशनल रिस्क असेसमेंट (NRA) को पूरा करने के लिए पाकिस्तान की सराहना भी की गई है. एनआरए के तहत 87 आतंकी संगठनों का आकलन किया गया और टेरर फंडिंग के मुख्य स्त्रोतों जैसे डोनेशन और जबरन वसूली की भी पहचान की गई.
आकलन के अनुसार, पाकिस्तान में 41 ग्रुप एक्टिव हैं, जो नकद कूरियर और अवैध मनी ट्रांसफर सर्विसेज का लाभ उठाते हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि अफगानिस्तान के साथ लगने वाली सीमाओं से फाइनेंशियल सपोर्ट आ रहा है. रिपोर्ट में कहा गया कि संयुक्त राष्ट्र प्रस्तावों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप पाकिस्तान दूसरे देशों में युद्धों में भाग लेने वाले अपने नागरिकों के वापस आने पर उन पर मुकदमा भी चलाता है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2023 में पूर्वोत्तर सीरिया में लगभग 100 पाकिस्तानी नागरिक थे और पाकिस्तान ने दिसंबर में एक अमेरिकी-पाकिस्तानी नागरिक को अमेरिका में प्रत्यर्पित किया था, ताकि उसके खिलाफ आतंकवाद से संबंधित अपराधों के लिए मुकदमा चलाया जा सके. अमेरिकी रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पाकिस्तान अपने इंटरनेशनल बॉर्डर मैनेजमेंट सिक्योरिटी सिस्टम के जरिए सीमा पार करने वालों की बायोमेट्रिक इनफोर्मेशन रखता है.
रिपोर्ट में अक्टूबर 2022 में वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (FATF) की ग्रे सूची से पाकिस्तान को हटाए जाने को वाशिंगटन में महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में रेखांकित किया गया है. इसमें कहा गया है कि सुरक्षा विश्लेषकों का मानना है कि पाकिस्तान ने आतंकवादी वित्तपोषण का मुकाबला करने में प्रगति की है, लेकिन घरेलू सुरक्षा संबंधी उसकी स्थिति अब भी खतरनाक बनी हुई है.
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