अमेरिका में निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों ने हाल ही में यूएस कैपिटल में घुसकर हिंसा और आगजनी की है. इसके बाद ट्विटर अकाउंट पर से 12 घंटे के बैन के बाद ट्रंप ने ट्वीट करते हुए कहा है कि वह जो बाइडन के शपथ ग्रहण समारोह में नहीं जाएंगे. वहीं 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ लेने वाले डेमोक्रेटिक पार्टी के 78 वर्षीय नेता जो बाइडन ने ट्रंप के फैसले का स्वागत किया है.


शपथ ग्रहण समारोह में नहीं जाएंगे ट्रंप


जो बाइडेन ने कहा है कि विलमिंगटन, डेलवेयर में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा कि "मुझे यहां पर रास्ते में बताया गया था कि ट्रंप ने संकेत दिया है कि वह शपथ ग्रहण समारोह में नहीं आएंगे. मैं उनके इस फैसले पर अपनी पूरी सहमति रखता हूं. हाल ही में हुई घटना के बाद वह देश के लिए शर्मिंदगी का कारण बन गए हैं. उनका शपथ ग्रहण समारोह में नहीं आना एक अच्छी बात है."


अमेरिका के इतिहास में सबसे अक्षम राष्ट्रपतियों में से एक ट्रंप-बाइडेन


यूएस कैपिटल हिंसा का मामला तूल पकड़ रहा है. डोनाल्ड ट्रंप के हजारों समर्थकों ने बुधवार को कैपिटल भवन पर हमला किया और पुलिस से भिड़ गए. इस घटना में कई लोग मारे भी गए. इस पर बोलते हुए जो बाइडेन ने कहा है कि ट्रंप देश सेवा करने के लिए उपयुक्त नहीं हैं. उनका कहना है कि ट्रंप संयुक्त राज्य अमेरिका के इतिहास में सबसे अक्षम राष्ट्रपतियों में से एक हैं.


उपराष्ट्रपति माइक पेंस होंगे शपथ ग्रहण समारोह में शामिल


फिलहाल जो बाइडेन ने उपराष्ट्रपति माइक पेंस का शपथ ग्रहण समारोह में स्वागत किया है. वहीं रिपब्लिकन पार्टी के सदस्यों की ओर से दबाव का सामना कर रहे ट्रंप ने महाभियोग की कार्यवाही की आशंका के बीच चुनाव परिणामों को भी स्वीकार कर लिया और बाइडेन को सत्ता के सुगम हस्तांतरण का संकल्प भी लिया.


20 जनवरी को बाइडेन लेंगे शपथ


गौरतलब है कि बाइडेन 20 जनवरी को अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेंगे. हिंसा और अराजकता के बीच अमेरिकी संसद ने अपने संयुक्त सत्र में बाइडेन और हैरिस के निर्वाचन की औपचारिक रूप से पुष्टि कर दी. साथ ही निर्वाचक मंडल के मतों को भी मंजूरी दे दी गई.


इसे भी पढ़ें


डोनाल्ड ट्रंप पर ट्विटर का एक्शन, हमेशा के लिए सस्पेंड किया अकाउंट


अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की बढ़ी मुश्किलें, महाभियोग लाने की तैयारी में डेमोक्रेट्स