Mushfiqul Fazal Ansarey appointed as Ambassador: बांग्लादेश के विवादास्पद पत्रकार और एक्टिविस्ट मुशफिकुल फजल अंसारी को मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने विदेशी मिशन के लिए राजदूत के पद पर नियुक्त किया है. फजल कथित भारत-विरोधी विचारों और पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ लंबे कैंपेन के लिए मशहूर हैं. हसीना सरकार के समय उन्हें देश छोड़ना पड़ा था और अब एक दशक बाद 12 सितंबर को बांग्लादेश लौटने के तुरंत बाद उन्हें इस नई जिम्मेदारी से नवाजा गया है.
बांग्लादेश के लोक प्रशासन मंत्रालय ने 21 अक्टूबर, 2024 को आधिकारिक अधिसूचना जारी कर अंसारी की नियुक्ति को औपचारिक रूप से मान्यता दी. फजल भारत में तब चर्चाओं में आए थे जब उन्होंने मार्च में अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी, जो दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर केंद्रित थी. पीसी के दौरान फजल ने भारत सरकार की नीतियों पर कड़े सवाल खड़े किए थे. उन्होंने बांग्लादेश में भारत के प्रभाव के खिलाफ आवाज उठाने में हमेशा मुखर भूमिका निभाई.
फजल को कहां भेजा जा रहा?
यूनुस सरकार ने फजल को तीन साल के कॉन्टैक्ट के साथ वरिष्ठ सचिव का दर्जा दिया है. हालांकि, यह साफ नहीं किया गया है कि उन्हें किस देश में भेजा जाएगा. सूत्रों के अनुसार, विदेश मंत्रालय जल्द ही उनकी नियुक्ति से जुड़ी विस्तृत जानकारी दे सकता है. यह नियुक्ति ऐसे समय में आई है जब बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने अमेरिका, रूस और संयुक्त अरब अमीरात जैसे देशों में नियुक्तियों को फिलहाल स्थगित कर दिया है.
कौन हैं मुशफिकुल फजल अंसारी?
फजल अंसारी 2001 से 2006 तक बांग्लादेश में शेख हसीना की मुख्य प्रतिद्वंद्वी पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के सहायक प्रेस सचिव थे. वह लंबे अरसे तक वाशिंगटन स्थित विदेश नीति पत्रिका साउथ एशिया पर्सपेक्टिव्स के कार्यकारी संपादक के तौर पर काम करते रहे हैं. अंसारी जस्टन्यूजबीडी के संपादक और वे संयुक्त राष्ट्र, अमेरिकी विदेश विभाग और पेंटागन को कवर करते रहे हैं. इसके अलावा व्हाइट हाउस संवाददाता रहे हैं.
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