नयी दिल्ली: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो अगले महीने यानी फरवरी में भारत के मेहमान होंगे. खुद प्रधानमंत्री ट्रूडो ने ऐलान किया कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के न्यौते पर 17-23 फरवरी तक भारत की राजकीय यात्रा पर होंगे. कनाडा उच्चायोग के मुताबिक अपनी सात दिनी भारत यात्रा में ट्रूडो नई दिल्ली के अलावा आगरा, मुंबई, अमृतसर और अहमदाबाद भी जाएंगे. भारत दौरे के दौरान कनाडाई प्रधानमंत्री ताजमहल, जामा मस्जिद और स्वर्ण मंदिर भी जाएंगे.


कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो आतंकवाद का मुकाबला, ऊर्जा और व्यापार जैसे मुख्य क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए यहां आ रहे हैं. विदेश मंत्रालय ने जारी बयान में कहा कि ट्रूडो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बुलावे पर 17 से 23 फरवरी तक भारत दौरे पर आ रहे हैं. मंत्रालय ने कहा कि सुरक्षा और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में तालमेल और आपसी हितों के वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान इस दौरे पर प्रमुख विषय होंगे.


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मंत्रालय ने कहा, ‘‘इस दौरे का मुख्य उद्देश्य व्यापार और निवेश, ऊर्जा, विज्ञान और नवाचार, उच्च शिक्षा, इंफ्रास्ट्रक्टर डेवलपमेंट, स्किल डेवलपमेंट और अंतरिक्ष (Space) समेत आपसी हितों के मुख्य मुद्दों पर दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना है.’’ मंत्रालय ने कहा कि दोनों देश लोकतंत्र, बहुलवाद, सभी के लिए समानता और कानूनी नियम जैसे मूल्यों पर आधारित रणनीतिक भागीदारी भी साझा करते हैं. बताते चलें कि कनाडा भारत के सबसे बड़े यूरेनियम सप्लायर्स में से एक है और दोनों देशों के बीच परमाणु तालमेल संधि भी है.


2015 में कनाडा दौर पर गए थे पीएम मोदी


प्रधानमंत्री मोदी ने अप्रैल 2015 में कनाडा का द्विपक्षीय दौरा किया था. उनकी यह चार दशक के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली कनाडा यात्रा थी. नवंबर 2012 में कनाडा के तत्कालीन प्रधानमंत्री स्टीफन हार्पर के बाद अब तक वहां के किसी प्रधानमंत्री ने भारत का दौरा नहीं किया है.

अपनी यात्रा को खास बताते हुए प्रधानमंत्री ट्रूडो ने कहा कि दोनों देशों के बीच एक खास नाता है जिसे लोगों के आपसी रिश्ते बेहद मजबूत बनाते हैं.  कनाडा में रहने वाले 10 लाख से ज्यादा भारतीय मूल के लोग इस संबंध को विशेष बनाते हैं. उन्होंने आगे कहा कि उन्हें आशा है कि प्रधानमंत्री मोदी के साथ मुलाकात के बाद वो भारत और कनाडा की दोस्ती को और मजबूत बना सकेंगे.


कई वजहों से खास हैं भारत-कनाडा के रिश्ते

प्रधानमंत्री ट्रूडो की यात्रा के संबंध में नई दिल्ली में कनाडाई उच्चायुक्त नादिर पटेल ने कहा कि भारत के साथ अपने रिश्ते को कनाडा खास अहमियत देता है. प्रधानमंत्री ट्रूडो की इस यात्रा से पहले कनाडा के 11 मंत्रियों ने बीते 18 महीनों में भारत का दौरा किया. इससे पहले अप्रैल 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कनाडा दौरे पर गए थे. उनकी यह चार दशक के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली कनाडा यात्रा थी.


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भारत और कनाडा के बीच लोगों से लोगों की नातेदारी के साथ ही मजबूत कारोबारी रिश्ते भी हैं. बीते तीन सालों के दौरान भारत में कनाडा का निवेश बढ़कर 15 अरब डॉलर से ज्यादा हो गया है. कनाडा भारतीय छात्रों के लिए भी एक आकर्षक स्थान है. साल 2017 में करीब सवा लाख भारतीय छात्र स्टूडेंट परमिट पर कनाडा में थे.


हालांकि, संबंधों की मिठास के बीच ही कनाडा में खालिस्तान समर्थकों को मिल रही मदद और पनाह को लेकर भारत की चिंताएं हैं. भारत की कोशिश होगी कि इस मामले पर कनाडा सरकार से उसे शीर्ष स्तर से कार्रवाई का कोई आश्वासन हासिल हो सके.