कल पाक के पीएम इमरान खान करेंगे करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन, सिद्धू भी रहेंगे मौजूद
पाकिस्तान ने 2019 में श्री गुरु नानक देव जी की 550 वीं जयंती के लिए करतारपुर कॉरिडोर खोलने का फैसला किया है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान इस कॉरिडोर का उद्धाटन करेंगे.
नई दिल्ली: पाकिस्तान के पीएम इमरान खान बुधवार यानी 28 नवंबर को करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे. बता दें कि कुछ वक्त पहले पाकिस्तान सरकार ने घोषणा की थी कि गुरु नानक देव की 550 वीं जयंती पर गुरुनानक देव जी से जुड़े ऐतिहासिक गुरुद्वारे तक जाने के लिए करतारपुर कॉरिडोर खोल दिया जाएगा. इस उद्धाटन समारोह के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने नवजोत सिंह सिद्धू की भी न्यौता दिया है और सिद्धू वहां पहुंच चुके हैं.
कॉरिडोर का शिलान्यास समारोह में शामिल होने के लिए अमरिंदर सिंह और सुषमा स्वराज को भी पाकिस्तान ने आमंत्रित किया था. नवजोत सिंह इस कार्यक्रम में शामिल होंगे. वहीं भारत सरकार की तरफ से इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और हरसिमरत कौर बादल जाएंगे.
Punjab: Navjot Singh Sidhu crosses Attari-Wagah border to Pakistan. He was invited by Pakistan Foreign Minister Shah Mahmood Qureshi to attend ground breaking ceremony of #KartarpurCorridor on 28th November. pic.twitter.com/DXNUGVO1Ge
— ANI (@ANI) November 27, 2018
नवजोत सिंह सिद्धू ने कार्यक्रम में शामिल होने के लेकर कहा, ''28 नबम्बर को गुरू नानक जी के वास्ते मैं कांटों के रास्तों पर चलकर पाकिस्तान जा सकता हूं. मैं तो सिख हूं और हम तो झप्पी के लिए जाने जाते हैं ऐसे में जनरल बाजवा से झप्पी भी काम कर गई. मैं तो उसकी झप्पी करूंगा जो मेरे नानक के वास्ते हैं.''
The Kartarpur Spirit can make pilgrims of us all, venturing out on a journey that breaks the barriers of history and opens the borders of the heart and the mind. A journey that our people can walk together towards, a future of shared peace and prosperity for India and Pakistan. pic.twitter.com/efJWcKZc4Z
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) November 26, 2018
करतापुर कॉरिडोर बनने से सिखों का 70 साल लंबा इंतजार खत्म होगा. सिख तीर्थयात्री करतारपुर में रावी नदी के तट पर प्रतिष्ठित गुरुद्वारा दरबार साहिब का दौरा करने में सक्षम होंगे. सिख श्रद्धालुओं को बिना वीजा के पाकिस्तान में एंट्री मिलेगी, सिर्फ टिकट लेना होगा. करतारपुर साहिब गलियारे के निर्माण की मांग भारत दो दशक से करता आ रहा है, जहां गुरुनानक का निधन 1539 में हुआ था. यह धार्मिक स्थल भारतीय सीमा से दिखाई पड़ता है.
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