महाराष्ट्र: कर्ज लेकर नहीं चुकाने की बात तो आपने कई बार सुनी होगी लेकिन क्या आपने 22 साल बाद महज दो सौ रुपये का कर्ज चुकाने के लिए एक देश से दूसरे देश की यात्रा कर के आने वाले किसी शख्स के बारे में सुना है. नहीं, तो आज हम आपको ऐसे ही एक शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं.


दरअसल औरंगाबाद में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. केन्या के एक सांसद 22 साल पहले लिए 200 रुपए का कर्ज चुकाने के लिए वापस लौटे. 22 साल पहले केन्या के न्यारीबारी छाछे से सांसद रिचर्ड न्यागाका टोंगी औरंगाबाद के एक लोकल मैनेजमेंट कॉलेज में पढ़ते थे. इस दौरान उन पर 200 रुपए का कर्ज हो गया था. इस कर्ज को लौटाने के लिए वह 22 साल बाद औरंगाबाद लौटे. उन्होंने कहा कि मैंने 22 साल पहले 200 रुपए का कर्ज लिया था जिसे मैंने नहीं चुका पाया था और अब मैंने इसे चुकाया है.


यह कर्ज उन्होंने  70 वर्षीय काशीनाथ गवली से लिया था. जब उनको वह कर्ज में लिए गए दो सौ रुपये लौटाने आए तो गवली के घर पहुंच कर उनके दरबाजे पर आवाज दी. आवाज सुनकर काशीनाथ गवली ने घर का दरवाजा खोला तो वहां एक अनजान विदेशी शख्स को खड़ा पाया. गवली कुछ समझ पाते इससे पहले शख्स ने अपना परिचय देते हुए कहा कि वह केन्या के सांसद रिचर्ड टोंगी हैं और 22 साल पहले उनसे लिया 200 रुपये का कर्ज लौटाने आए हैं. काशीनाथ गवली ने कहा, ‘मुझे अपनी आंखों पर यकीन नहीं हो सका.''


रिचर्ड न्यागाका टोंगी ने कहा, ''जब मैं गवली से मिला तो उनकी आंखें छलक उठीं.औरंगाबाद में जब मैं पढ़ाई कर रहा था, तब मेरी स्थिति ठीक नहीं थी, तब इन लोगों (गवली परिवार) ने मेरी मदद की'. मैंने सोचा था कि कभी मैं जरूर वापस आऊंगा और अपना कर्ज लौटाऊंगा. मैं उन्हें शुक्रिया अदा करना चाहता था. यह मेरे लिए बेहद भावुक पल था.''


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