Canada Khalistani Love: कनाडा के पूर्व रक्षा मंत्री हरजीत सिंह सज्जन के साल 2021 में दिए एक आदेश की इन दिनों कनाडा में खूब चर्चा हो रही है. इस आदेश के सामने आने के बाद कनाडा के ही कई शीर्ष लोग नाराज हो गए हैं, जबकि हरजीत सिंह सज्जन अपने आदेश से पल्ला झाड़ते नजर आ रहे हैं, उनका कहना है कि उन्होंने ऐसा कोई आदेश नहीं दिया था, जिसमें कनाडाई नागरिकों की जगह अफगान सिखों को प्राथमिकता दी गई हो.
दरअसल, यह पूरा मामला अफगानिस्तान में तालिबानी कब्जे के समय का है, जब साल 2021 में कनाडा के पूर्व रक्षा मंत्री हरजीत सिंह सज्जन अफगानिस्तान में रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही अपनी सेना को आदेश दिया था कि वे आखिरी के 24 घंटों में अफगान सिखों को अफगानिस्तान से बाहर निकालें, इस आदेश से कनाडा के शीर्ष सैन्य अधिकारी नाराज हैं. द ग्लोब की रिपोर्ट के मुताबिक, हरजीत सिंह ने साल 2021 में 225 अफगान सिखों को कनाडा से बाहर निकालने का आदेश दिया था.
सेना के पहुंचने से पहले ही एयरपोर्ट से चले गए थे अफगान सिख
सैन्य सूत्रों का कहना है कि उनकी प्राथमिकता में कनाडाई नागरिक और कनाडा से जुड़े अफगान नागरिक थे, लेकिन मंत्री के आदेश के बाद इनके ऑपरेशन में समस्या आ गई और अफगान सिखों को प्राथमिकता देनी पड़ी, जिनका कनाडा से कोई संबंध नहीं था. सैन्य सूत्रों ने बताया कि फिलहाल उस समय अफगान सिखों को बाहर निकालने में सफलता नहीं मिली, क्योंकि काबुल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कनाडाई सेना के पहुंचने से पहले ही वे लोग वहां से चले गए थे.
भारत ने अफगान सिखों को बचाया
रिपोर्ट में बताया गया है कि मंत्री की तरफ से इन 225 अफगान सिखों की लोकेशन के बारे में सेना को जानकारी दी गई थी, लेकिन कनाडा की सेना को इसमें सफलता नहीं मिली. वहीं महीनों बाद भारत ने इन सिखों को अपने रेस्क्यू ऑपरेशन के तहत अफगानिस्तान से बाहर निकाला. सैन्य सूत्रों ने बताया कि रक्षा मंत्री की तरफ से इस तरह के आदेश के बाद अफगानिस्तान में रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे कनाडा के सैन्य आधिकारी गुस्से में थे. वहीं अब सवालों के घेरे में आने के बाद हरजीत सिंह सज्जन ने इन आरोपों को सिरे से नकार दिया है.
यह भी पढ़ेंः UNSC में भारत ने पाकिस्तान की दुनियाभर के सामने लगा दी क्लास, अस्थायी सदस्य बनते ही कश्मीर-कश्मीर चिल्ला रहा था पाक