खालिस्तानी आतंकी अर्श डाला के गिरफ्तार होने की खबर है. इंडिया टुडे की रिपोर्ट ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी. बताया जा रहा है कि हरदीप निज्जर के करीबी अर्श डाला (अर्शदीप सिंह) को कनाडा पुलिस ने गिरफ्तार किया है. अर्श डाला भारत की मोस्ट वांटेड क्रिमनल्स की लिस्ट में भी शामिल है. भारतीय खुफिया एजेंसियों के अनुसार, भारत में कई आपराधिक गतिविधियों के लिए वांटेड अर्श डल्ला अपनी पत्नी के साथ कनाडा में रह रहा है.


कनाडा की कानून प्रवर्तन एजेंसियां, खास तौर से हाल्टन क्षेत्रीय पुलिस सेवा (एचआरपीएस), हाल ही में हुई गोलीबारी की जांच कर रही हैं. रविवार (10 नवंबर 2024) सुबह उसके दो साथियों को भी फरीदकोट से गिरफ्तार कर लिया गया. इन दोनों शूटरों ने गैंगस्टर अर्श दल्ला के कहने पर ग्वालियर में जसवंत सिंह गिल की भी हत्या कर दी थी. यह जानकारी पंजाब पुलिस डी.जी.पी. साझा किया था.


किसने धकेला अर्श डल्ला को अपराध के दलदल में?


सितंबर में पंजाब के मोगा जिले में कांग्रेस नेता बलजिंदर सिंह बल्ली की हत्या के बाद, गैंगस्टर अर्श डाला ने इसकी जिम्मेदारी ली. अपने पोस्ट में डाला ने कहा कि बल्ली ने उसका भविष्य बर्बाद कर दिया और उसे अपराध की दुनिया में धकेल दिया. इसके साथ ही, उसने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता ने उसकी मां को पुलिस हिरासत में डलवाया, जिससे वह बदला लेने के लिए प्रेरित हुआ.


अर्श डाला का आपराधिक नेटवर्क और गिरफ्तारी


अर्श डाला पिछले तीन-चार सालों से कनाडा में रहकर पंजाब में अपराधी गतिविधियों का संचालन कर रहा है. मोगा का निवासी दल्ला पंजाब में कई टारगेट हत्याओं का आरोपी है. पंजाब पुलिस ने पहले ही दल्ला के करीबियों को गिरफ्तार कर उसकी आपराधिक साजिशों का पर्दाफाश किया है, जिनसे आईईडी, हैंड ग्रेनेड और अन्य हथियारों का जखीरा बरामद हुआ है. अर्श डाला की गिरफ्तारी कनाडा में एक हिंदू मंदिर पर हुए हमले के बाद हुई, जो कि खालिस्तानी आतंकवादियों द्वारा किया गया था. भारत ने 3 नवम्बर को ब्राम्पटन स्थित हिंदू सभा मंदिर पर हमले की कड़ी निंदा की थी और उम्मीद जताई थी कि इस तरह की हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.


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