Terrorist Organisation in Canada: पिछले महीने कनाडा के प्रधानमंत्री ने भारत पर आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस के सदस्य हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप लगाया. इसके बाद भारत ने ट्रूडो के आरोपों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी.
भारत समेत कई एशियाई देशों ने भी कनाडा की आलोचना की. भारत ने ट्रूडो के आरोपों के बेतुका और प्रेरित बताया. बांग्लादेश के विदेश मंत्री एके अब्दुल मोमेन ने कनाडा पर आरोप लगाया वहां आतंकियों को पनाह दी जाती है, उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के राष्ट्रपिता शेख मुजीब रहमान का हत्यारा कनाडा में आजाद घूम रहा है.
कनाडा में कई खालिस्तानी संगठन सक्रिय है, जिनमें दो पर बैन लगा है और पांच पर किसी तरह की पाबंदी नहीं है. बैन लगाए गए संगठन में बब्बर खालसा और इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन है. जबकि सिख फॉर जस्टिस, खालिस्तान कमांडो फोर्स, खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स, खालिस्तान टाइगर्स फोर्स और खालिस्तान लिबरेशन फोर्स पर बैन नहीं है.
बब्बर खालसा
साउथ एशिया टेररिज्म पोर्टल को मुताबिक, बब्बर खालसा सबसे पुराना खालिस्तान आतंकवादी संगठन है. इसके सदस्य अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और पाकिस्तान में सक्रिय है. बब्बर खालसा खालिस्तान नाम के एक अलग देश की मांग करता रहा है.
वाधवा सिंह इस आंतकवादी संगठन का प्रमुख है. माना जाता है कि वह पाकिस्तान में छुपा हुआ है. मेहल सिंह बीकेआई के उप प्रमुख हैं. भारत की ओर से पाकिस्तान से मांगे जाने वाले 20 आंतकियों की सूची में इन दोनों आतंकी का नाम भी शामिल है.
साल 1995 में पंजाब के मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या में शामिल होने के लेकर वाधवा सिंह पर आरोप है. माना जाता है कि जनवरी 2004 में आतंकी जगतार सिंह हवारा को चंडीगढ़ की बुड़ैल जेल से भगाने में वाधवा का हाथ था.
इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन
इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (आईएसवाईएफ) को भारत में 2002 से भारत में आतंकवाद रोकथाम अधिनियम (पोटा) के तहत प्रतिबंधित किया था. ऑपरेशन ब्लू स्टार के बाद इस आतंकवादी संगठन की स्थापना ब्रिटेन में हुई थी.
आईएसवाईएफ हत्याओं, बम विस्फोटों और अपहरण जैसे आतंकवादी गतिविधियों में शामिल रहा है.पहले इस संगठन को भारत के पंजाब से संचालित किया जाता था. फिलहाल यह पाकिस्तान के लाहौर में गुरुद्वारा डेरा साहिब से दुनिया भर में संचालित करता है. आईएसवाईएफ कनाडा, ब्रिटेन, उत्तरी अमेरिका और पश्चिमी यूरोपीय देशों में सक्रिय है.
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