इस्लामाबादः खैबर पख्तूनख्वा प्रांत सरकार ने शुक्रवार को उस हिंदू मंदिर के पुनर्निर्माण की घोषणा की, जिसे करक जिले में इस सप्ताह की शुरुआत में भीड़ ने तोड़ दिया गया था. यह इलाका अस्थिर जनजातीय क्षेत्र में आता है.
खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री महमूद खान ने दावा किया कि प्रांतीय सरकार ने मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए सभी तैयारियां करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस ने घटना में शामिल कई संदिग्धों को गिरफ्तार किया है.
350 से अधिक लोगों पर एफआईआर दर्ज
इस बीच प्रांत की पुलिस ने आतंकवाद निरोधी अधिनियम की धारा 7 के तहत दर्ज एफआईआर में 350 से अधिक लोगों का नाम दर्ज किया है. आरोपियों के खिलाफ पूजा स्थल को गिराना, धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना, डकैती, आगजनी और हमला करने के चार्जेज लगाए गए हैं.
बुधवार को भीड़ ने की थी तोड़फोड़
गौरतलब है कि बुधवार को लोगों की भीड़ ने मंदिर में तोड़फोड़ की थी. वे इसके विस्तार कार्य का विरोध कर रहे थे.इस हमले के सिलसिले में 30 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से ज्यादातर लोग एक कट्टरपंथी इस्लामी पार्टी के सदस्य हैं.
स्थानीय पुलिस के अनुसार इस घटना के सिलसिले में कट्टरपंथी जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम पार्टी के नेता रहमत सलाम खट्टक समेत 30 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है.पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवाप को हमले का संज्ञान लिया था और स्थानीय अधिकारियों को अदालत में पांच जनवरी को पेश होने का आदेश दिया है.
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