सोल/प्योंगयांग: दुनियाभर के लोगों ने ऐतिहासिक दुश्मनी को जब दोस्ती का मोड़ लेते देखा तब उनकी निगाहें थम गईं. इससे सुकून भरा मज़र और क्या हो सकता है जब कोरियाई प्रयाद्वीप के नेता किम जोंग उन और मून जेई इन आपस में हाथ मिलाते नज़र आएं. गर्मजोशी से मिले हाथों ने 70 सालों से साउथ और नॉर्थ कोरिया के रिश्तों पर जमी बर्फ पिघला दी. लेकिन इस दौरान अपने अड़ियल रवैये के लिए दुनियाभर में जाने जाने वाले किम ने कुछ ऐसा किया, जिसे देखकर भी वहां मौजूद लोग अनदेखा नहीं कर सके.


दरअसल किम ने दोनों देशों को बांटने वाली रेखा के पार कदम रखकर जब साउथ कोरिया के राष्ट्रपति मून से हाथ मिलाया तब वहां मौजूद लोग इस मंज़र को देखकर मंत्रमुग्ध हो गए. कुछ ऐसा ही हाल खुद किम से हाथ मिला रहे मून का भी था. हाथ मिलने के बाद किम को मून के साथ साउथ कोरिया में बाकी के कार्यक्रम के लिए जाना था. लेकिन इस बीच किम ने मून को एक पल के लिए रोक लिए और फिर असमंजस की स्थिति पैदा हो गई.


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मून को रोकने के बाद किम ने बेहद अप्रत्याशित कदम उठाते हुए मून से दोनों देशों को बांटने वाली लाइन को पार करके नॉर्थ कोरिया में आने को कहा. पहले पहल तो मून थोड़ा झिझके, लेकिन किम तो फिर किम हैं. उन्होंने मून को लाइन पार कराई और इस तरह एक ही झटके में दोनों देशों के नेताओं ने एक-दूसरे के देश में कदम रखा.


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आपको बता दें कि पूरी दुनिया की नजरें इस ऐतिहासिक बैठक पर टिकी हुई हैं. 1953 में समाप्त हुए कोरियाई युद्ध के बाद पहली बार कोरियाई देशों के नेता आपस में मिल रहे हैं. यह मुलाकात दोनों देशों की सीमा पर बने डिमिलिट्राइज़ जोन यानि डीएमजेड पर हुई. डीएमजेड में बने पनमूनजेओम गांव के 'पीस हाउस' में किम जोंग और साउथ कोरिया के राष्ट्रपति मून जे की मुलाकात हुई.


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