North Korea Missile: किम जोंग उन ने की हद पार, एक के बाद एक बैलिस्टिक मिसाइल धमाकों से चिंता में दुनिया
North Korea - South Korea: नॉर्थ कोरिया की तरफ से दागी गई मिसाइल पर जापानी PM फुमियो किशिदा ने संवाददाताओं से कहा कि उन्हें अब तक मिसाइल लॉन्च की वजह से किसी भी तरह के नुकसान की रिपोर्ट नहीं मिली है.
North Korea Fire Ballistic Missile: नॉर्थ कोरिया (North Korea) ने सोमवार (18 दिसंबर) को पूर्वी सागर की ओर एक लंबी दूरी वाली बैलिस्टिक मिसाइल दागी. इस बात की जानकारी साउथ कोरियाई सेना ने दी. साउथ कोरियाई सेना ने कहा कि नॉर्थ कोरिया ने बैलिस्टिक मिसाइल दागने के पहले एक छोटी दूरी वाली मिसाइल भी दागी थी. सियोल के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने जानकारी दी कि नॉर्थ कोरिया ने जापान के समुद्र के पास मिसाइल दागी है.
जापानी सरकार ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर बिना अधिक जानकारी दिए कहा कि नॉर्थ कोरिया ने एक बैलिस्टिक मिसाइल दागी है. हालांकि, नॉर्थ कोरिया ने बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च करने के पहले रविवार देर रात को प्योंगयांग क्षेत्र से कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल भी दागी थी. इस बात की सूचना साउथ कोरियाई सेना ने पहले ही दे दी थी.
बैलिस्टिक मिसाइल पूर्वी सागर में जाकर गिरी
नॉर्थ कोरिया की तरफ से दागी गई बैलिस्टिक मिसाइल पूर्वी सागर में जाकर गिरी, जिसके लिए मिसाइल को 570 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ी. इस पर JCS ने कहा कि उन्होंने नॉर्थ कोरिया की तरफ से दागी गई बैलिस्टिक मिसाइल की जानकारी सियोल, वाशिंगटन और जापान से साझा की है. नॉर्थ कोरिया ने पिछले साल खुद को परमाणु शक्ति घोषित किया था और बार-बार कहा है कि वह अपने परमाणु कार्यक्रम को कभी नहीं छोड़ेगा, जिसे शासन अपने अस्तित्व के लिए जरूरी मानता है.
वहीं पिछले महीने नॉर्थ कोरिया ने एक सैन्य जासूसी उपग्रह को सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित किया था. इस पर उसने दावा किया था कि उन्होंने जासूसी मिसाइल के जरिए अमेरिकी और साउथ कोरिया के सैन्य स्थलों की तस्वीरें देखी हैं.
जापानी प्रधान मंत्री फुमियो किशिदा ने दिया बयान
नॉर्थ कोरिया की तरफ से दागी गई मिसाइल पर जापानी प्रधान मंत्री फुमियो किशिदा ने संवाददाताओं से कहा कि उन्हें अब तक मिसाइल लॉन्च की वजह से किसी भी तरह की चोट या नुकसान की रिपोर्ट नहीं मिली है. उन्होंने परीक्षण पर चर्चा के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक आयोजित करने की योजना बनाई है. साउथ कोरिया, अमेरिका और जापान ने मिसाइल लॉन्च की कड़ी निंदा की.