Kim jong: किम जोंग उन के देश में हाल में चार उत्तर कोरियाई छात्रों को स्कूल से निकाल दिया गया है और कोयले की खदान में काम करने के लिए भेज दिया गया. ऐसा बताया गया कि बच्चे साउथ कोरिया के गाने सुन कर सीख रहे थे. 


किम जोंग-उन को नॉर्थ कोरिया में विदेशी संगीत, फिल्मों या टेलीविजन शो को लाने के प्रयासों पर कड़ा रुख अपनाने के लिए जाना जाता है, जिनके बारे में माना जाता है कि वो ऐसे लोगों को मौत के घाट उतार भी उतार देते हैं. नॉर्थ कोरिया में बच्चे स्क्वीड गेम, पॉप संगीत जैसी चीजों को अक्सर USB फ्लैश ड्राइव पर डाउनलोड करके दक्षिण कोरिया में देखते हैं.


दक्षिण कोरिया की भाषा का इस्तेमाल


हाल ही में नॉर्थ कोरिया में चार छात्रों को गिरफ्तार किए जाने के बाद देश की सरकार विदेशी मनोरंजन पर नकेल कसने की कोशिश कर रही है. उन छात्रों पर दक्षिण कोरिया के लोगों के विशिष्ट लहजे का उपयोग करने का आरोप लगाया गया. इसके अलावा, यह दावा किया गया कि उन्होंने दक्षिण कोरिया की भाषा का भी इस्तेमाल किया, जिसके परिणामस्वरूप छात्रों को चीन की सीमा के करीब ओन्सोंग क्षेत्र में एक कोयला खदान में काम करने के लिए भेज दिया गया है.


सियोल बोली में बोलना एक ट्रेंड


रेडियो फ्री एशिया के अनुसार ये कहा गया कि उत्तर कोरियाई युवाओं के लिए सियोल बोली में बोलना एक ट्रेंड के रूप में देखा जाता है, लेकिन नॉर्थ कोरिया शासन इसे अपराध मानता है. नॉर्थ हैमयोंग प्रांत के एक निवासी ने आउटलेट को बताया कि विदेशी तरीके से बोलने वाले लहजे का इस्तेमाल करना गलत है. ऐसी घटना को केंद्रीय समिति की ओर से देश में विचारधारा और संस्कृति में घुसपैठ करने के लिए दुश्मन की साजिश के प्रति सहानुभूति रखने के रूप में माना गया है.


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