North Korea Missile: पहले दागी मिसाइलें, अब नॉर्थ कोरिया के सनकी तानाशाह ने पार की सारी हदें, कहा- 'असली जंग के लिए रहो तैयार'
North Korea: उत्तर कोरिया यूएस और साउथ कोरिया के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करने के लिए तैयार है, क्योंकि सहयोगी उत्तर कोरिया के बढ़ते परमाणु खतरे से निपटने के लिए अपने सैन्य प्रशिक्षण का विस्तार कर रहे हैं.
North Korea Launch Missile: नॉर्थ कोरिया (North Korea) ने गुरुवार (9 मार्च) को अपने पश्चिमी तट से शॉर्ट रेंज वाली बैलिस्टिक मिसाइल दागी. इस बात की जानकारी साउथ कोरिया ने दी. वहीं स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार एक ही समय में नॉर्थ कोरिया की ओर से छह मिसाइलें दागी गईं. वहीं नॉर्थ कोरिया के सनकी शासक किम जोंग उन (Kim jong un) ने इस बात पर जोर दिया है कि हमें रणनीतिक मिशनों को पूरा करने के लिए सख्ती से तैयारी करनी चाहिए, जिसमें युद्ध को रोकने के लिए और दूसरा युद्ध को लगातार तेज करके युद्ध में पहल करने के लिए.
किम जोंग उन शासित नॉर्थ कोरिया के तरफ से नए मिसाइल टेस्ट ऐसे वक्त पर हुआ है, जब अमेरिका और साउथ कोरिया अगले सप्ताह अपने सबसे बड़े संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण का अभ्यास करने वाला है. इस सैन्य प्रशिक्षण अभ्यास का नाम फ्रीडम शील्ड रखा गया है. इसको लेकर साउथ कोरिया तैयारीयों में जुटा हुआ है.
बैलिस्टिक मिसाइल शाम में दागी गई
साउथ कोरिया के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ ने विदेशी मीडिया एपी को बताया कि बैलिस्टिक मिसाइल शाम करीब 6:20 बजे दागी गई. मिसाइल नाम्पो के पश्चिमी तटीय शहर के पास से दागी गई. हालांकि, मिसाइल कितनी दूर तक उड़ कर गया और कहां जाकर गिरा. इस बात की जानकारी के फिलहाल नहीं है और इसका अंदाजा लगाना भी संभव नहीं है.
यूएस इंडो-पैसिफिक कमांड ने कहा कि नॉर्थ कोरिया के तरफ से किए गए नए लॉन्च से अमेरिका या उसके सहयोगियों को कोई खतरा नहीं है. लेकिन प्योंगयांग के सामूहिक विनाश के हथियारों और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रमों का आस-पास मौजूद क्षेत्रों पर अस्थिर प्रभाव पड़ता है. वहीं कुछ दिन पहले ही किम जोंग उन की बहन ने चेतावनी जारी की थी. इसके कुछ दिनों बाद मिसाइल लॉन्च किया गया.
किम की बहन ने कुछ दिन पहले दी थी चेतावनी
उत्तर कोरिया अमेरिका और साउथ कोरिया के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करने के लिए तैयार है, क्योंकि सहयोगी उत्तर कोरिया के बढ़ते परमाणु खतरे से निपटने के लिए अपने सैन्य प्रशिक्षण का विस्तार कर रहे हैं. उत्तर कोरिया के बढ़ते परमाणु उकसावों के कारण दक्षिण कोरिया और जापान दोनों ने अमेरिका के साथ अपने गठबंधनों के साथ मिलकर अपनी सैन्य शक्ति और मुद्रा को मजबूत करने की आवश्यकता महसूस की है.
वहीं दूसरी ओर किम जोंग उन अपने देश के गहरे होते आर्थिक अलगाव और महामारी संबंधी कठिनाइयों के बावजूद आक्रामक रूप से अपने परमाणु हथियारों का विस्तार करने पर ध्यान केंद्रित कर रहें हैं.
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