(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
उत्तर कोरिया को दुनिया की सबसे ताकतवर परमाणु शक्ति बनाना चाहता है तानाशाह किम जोंग उन, खुद बताई वजह
Kim Jong Un का कहना है कि उत्तर कोरिया के वैज्ञानिकों ने "बैलिस्टिक मिसाइलों पर परमाणु हथियार लगाने की तकनीक के विकास में एक अद्भुत छलांग लगाई है."
Kim Jong Un Nuclear Force: उत्तर कोरिया आने वाले दिनों में कभी भी अपना 7वां न्यूक्लियर टेस्ट कर सकता है. इस बात के संकेत इस बार खुद उत्तर कोरिया के 'तानाशाह' किम जोंग उन ने दिए हैं. किम ने खुले तौर पर दुनिया की सबसे शक्तिशाली परमाणु शक्ति हासिल करने को अपनी प्राथमिकता बताया है. रॉयटर्स के मुताबिक, किम जोंग उन ने कहा है कि उनके देश का अंतिम लक्ष्य दुनिया की सबसे शक्तिशाली परमाणु शक्ति हासिल करना है. उन्होंने हाल के दिनों में सबसे बड़ी बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च करने वाले सैन्य अधिकारियों को भी प्रमोशन दिया है.
किम जोंग उन ने यह घोषणा देश की नई ह्वासोंग-17 अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) के परीक्षण का निरीक्षण करने और शुक्रवार को परमाणु हथियारों के साथ अमेरिकी परमाणु खतरों का मुकाबला करने का संकल्प लेने के बाद की है. राज्य मीडिया के मुताबिक, किम ने कहा है कि परमाणु बल का निर्माण राज्य और लोगों की गरिमा और संप्रभुता की मजबूती से रक्षा करने के लिए है.
तानाशाह किम जोंग उन ने अपनी नीति को स्पष्ट करते हुए आगे कहा, "उनका अंतिम लक्ष्य दुनिया की सबसे शक्तिशाली सामरिक शक्ति, सदी में अभूतपूर्व पूर्ण बल का अधिकार प्राप्त करना है." उन्होंने ह्वासोंग-17 को "दुनिया का सबसे मजबूत सामरिक हथियार" कहा और कहा कि यह उत्तर कोरिया के संकल्प और दुनिया की सबसे मजबूत सेना बनाने की क्षमता का प्रदर्शन करता है. किम ने यह भी कहा कि उत्तर कोरिया के वैज्ञानिकों ने "बैलिस्टिक मिसाइलों पर परमाणु हथियार लगाने की तकनीक के विकास में एक अद्भुत छलांग लगाई है."
'परमाणु हथियारों से जवाब देने को तैयार'
गौरतलब है कि बीते महीने उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने कहा था कि वह अमेरिका को परमाणु हथियारों के साथ जवाब देने के लिए तैयार है. उस दौरान उन्होंने व्यक्तिगत रूप से अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल के प्योंगयांग के नवीनतम प्रक्षेपण का निरीक्षण भी किया था. अमेरिका और दक्षिण कोरिया के युद्ध अभ्यास पर भी किम ने नाराजगी जाहिर की थी. किम ने कहा था कि यह एक आक्रमण युद्ध अभ्यास था और प्योंगयांग "परमाणु हथियारों के साथ इसकी प्रतिक्रिया देगा."
किम के खिलाफ एकजुट हुए G-7 देश
इस सबके बीच, G-7 देशों ने भी उत्तर कोरिया के खिलाफ आवाज बुलंद की है. G-7 देशों ने बीते हफ्ते उत्तर कोरिया की एक और अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल के 'लापरवाह' प्रक्षेपण की निंदा की. साथ ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से परीक्षण को रोकने के लिए 'महत्वपूर्ण' कार्रवाई करने का आह्वान किया. सात देशों के समूह के विदेश मंत्रियों ने कहा कि उत्तर कोरिया बार-बार मिसाइल दाग कर "शांति और स्थिरता के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के आह्वान के बावजूद क्षेत्र को अस्थिर कर रहा है."
इसी महीने उत्तर कोरिया ने दागी 30 मिसाइलें
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस महीने अब तक, उत्तर कोरिया ने 30 छोटी, मध्यम और लंबी दूरी की मिसाइलें दागी हैं. उत्तर कोरिया ने 2022 में किसी भी पिछले साल की तुलना में अधिक मिसाइलें लॉन्च की हैं. जहां तक बात न्यूक्लियर टेस्ट की है तो उत्तर कोरिया ने 2006 और 2017 के बीच छह परमाणु बमों का परीक्षण किया और अपने परमाणु कार्यक्रम को कभी बंद नहीं करने की कसम खाई. वहीं अब किम जोंग उन 7वें न्यूक्लियर टेस्ट की तैयारी में है.