Corona In North Korea: पूरी दुनिया अभी भी कोरोना जैसी महामारी से जूझ रही है, लेकिन इसी बीच उत्तर कोरियाई (North Korea) तानाशाह किम जोंग उन (Kim Jong Un) ने बिना वैक्सीन के इस बीमारी पर विजय पाने का दावा किया है. इतना ही नहीं इस बीमारी के कारण खुद किम जोंग उन की हालत बहुत ज्यादा खराब हो गई थी. उनकी बहन ने इस बात का खुलासा किया है. एक कार्यक्रम में किम जोंग उन की बहन किम यो जोंग (Kim Yo Jong) ने लगभग रोते हुए बताया कि कोविड-19 की लहर के दौरान भाई को बुखार हो गया था. इस दौरान हॉल में बैठे सभी की आंखों में आंसू आ गए.
किम यो जोंग ने अपने भाषण में कहा कि बुखार के साथ मुकाबले के दौरान उत्तर कोरियाई नेता गंभीर रूप से बीमार थे. फिर भी लोगों के लिए उसकी चिंताओं के कारण वे एक पल के लिए भी नहीं लेट सके. ये बात सुनकर वहां बैठे सभी लोग रो रहे थे. उन्होंने एक बार फिर दक्षिण कोरिया पर आरोप लगाया कि उनके देश में वायरस दक्षिण कोरिया द्वारा गुब्बारों में भरकर भेजे गए पैम्फलेट (पर्चों) से फैला है और दक्षिण कोरिया के अधिकारियों को मिटाने की धमकी भी दे डाली.
किम जोंग उन को लेकर लगती रहती हैं अटकलें
उन्होंने कहा कि अगर वे इस तरह प्रचार फैलाना जारी रखेंगे हैं तो उन्हें मिटा दूंगी. बता दें कि, अधिक वजन और धूम्रपान करने वाले किम जोंग उन के स्वास्थ्य को लेकर कई वर्षों से अटकलें चलती रही हैं. इसलिए उनकी सार्वजनिक उपस्थिति पर बारीकी से नजर रखी जाती है. उनके परिवार में हृदय रोग का इतिहास भी रहा है. किम जोंग उन पिछले महीने लगभग 17 दिन तक मीडिया में नजर नहीं आया था.
कोरोना पर जीत का किया दावा
किम जोंग उन (Kim Jong Un) ने बुधवार को सत्तारूढ़ दल की बैठक में भाग लिया जिसमें उन्होंने इस बीमारी पर जीत का दावा किया. उत्तर कोरिया (North Korea) ने अपने सैकड़ों-हजारों रिपोर्ट किए गए बुखार के मामलों को कोविड नहीं कहा है. इसका कारण देश में परीक्षण किट की कमी को बताया जाता है. साथ ही विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) समर्थित कोवैक्स के नियमों पर आपत्तियों के कारण देश ने बाहर से वैक्सीन लेने से भी इनकार कर दिया था.
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