किम जोंग लीडरशिप समिट पर अपने साथ दक्षिण कोरिया ले जाएगा 'टॉयलेट'
इसके अलावा एक और बात ये है कि किम जोंग अपने साथ टॉयलेट भी लेकर जा रहे हैं. जब भी वो यात्रा करते हैं अपने साथ अपना टॉयलेट लेकर जाते हैं. उनके मोटरों के बेड़े में हरेक में अलग टॉयलेट है.
नई दिल्लीः 27 अप्रैल यानि शुक्रवार को उत्तर कोरिया का तानाशाह किम जोंग उन दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन से मिलने के लिए दोनों देशों की सीमा पर बने डिमिलिट्राइज़ जोन यानि डीएमजेड आ रहा है. इसी डीएमजेड में बने पनमूनजेओम गांव के 'पीस हाउस' में दोनों देशों के राष्ट्रध्यक्षों में कोरियाई प्रायद्वीप में शांति स्थापित करने के लिए शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया है. पूरी दुनिया की नजरें इस ऐतिहासिक बैठक पर टिकी हुई हैं. इस सम्मेलन को 'इंटर कोरियन समिट-2018' का नाम दिया गया है.
खास बात ये है कि एक दशक से भी ज्यादा समय के बाद ये दोनों देशों के बीच होने वाली पहली लीडरशिप समिट है. ये पहली बार है जब कोरिया वॉर के बाद उत्तर कोरिया के राष्ट्राध्यक्ष दक्षिण कोरिया के शीर्ष नेतृत्व से मिलेंगे. किम जोंग अपने साथ हाई रैंक वाले उत्तरी कोरिया के अधिकारियों को लेकर जा रहे हैं और उनके साथ उनके गार्ड भी जाएंगे. माना जा रहा है कि उनकी पत्नी रीसोल-जू और बहन किम यो जोंग भी लीडरशिप समिट में जा सकते हैं.
इसके अलावा एक और बात ये है कि किम जोंग अपने साथ टॉयलेट भी लेकर जा रहे हैं. जब भी वो यात्रा करते हैं अपने साथ अपना टॉयलेट लेकर जाते हैं. उनके मोटरों के बेड़े में हरेक में अलग टॉयलेट है.
दक्षिण कोरिया के एक दैनिक समाचार पत्र के मुताबिक ने केवल किम जोंग की व्यक्तिगत ट्रेन में उनका निजी टॉयलेट होता है बल्कि उनकी साथ जितनी भी कारें (छोटी या मध्यम) सफर करती हैं उन सभी में टॉयलेट की व्यवस्था होती है. यहां तक कि पर्वतीय क्षेत्र और बर्फ के क्षेत्रों में सफर करने के लिए जो उनके विशेष वाहन होते हैं उनमें भी टॉयलेट की व्यवस्था होती है.
इतना ही नहीं किम जोंग की मर्सिडीज में एक चैंबर पॉट होने की भी खबर है जिससे अगर बीच रास्ते में उन्हें जरूरत पड़े तो वो उसी कार में टॉयलेट का इस्तेमाल कर सकें.
बताया जा रहा है कि किम जोंग को पब्लिक रेस्टरूम का इस्तेमाल करना पसंद नहीं है और इसके अलावा भी उनके अपना टॉयलेट साथ ले जाने का एक अहम कारण है. उनके गार्ड कमांड में काम करने वाले ली युन-कियोल जो उनके साथ 2005 में भी दक्षिण कोरिया आए थे ने जानकारी दी है कि किम जोंग के शरीर से उत्सर्जित अवशेषों को पीछे नहीं छोड़ा जा सकता है क्योंकि इससे उनके स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारियां हासिल की जा सकती हैं.
किम जोंग के मल और मूत्र के अवशेषों का नियमित तौर पर चेकअप होता है जिससे इनके स्वास्थ्य के ठीक रहने की पुष्टि की जा सके. हालांकि ये भी कहा जा रहा है कि किम जोंग की व्यक्तिगत पसंद उनके नाश का कारण भी बन सकती है.
बताया गया है कि हो सकता है कि अमेरिका किम जोंग के पर्सनल टॉयलेट को निशाना बनाकर इस तानाशाह के मन में डर पैदा करने की कोशिश कर सकता है. इससे अमेरिका अपनी निशाना बनाने की अचूक क्षमता का प्रदर्शन भी कर सकता है और किम जोंग उन को व्यक्तिगत क्षति पहुंचा सकता है. लिहाजा उनके दस्ते के साथ चलने वाली सुरक्षा कमांड इसका इसका खास ख्याल रख रही है.