जानिए गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई के बारे में, क्या रहती है दिनचर्या, नाश्ते में क्या है पसंद
सुंदर पिचाई को कौन नहीं जानता. पिचई सर्च इंजन गूगल के सीईओ हैंं और हाल ही में उन्हें अलफाबेट कंपनी का भी प्रमुख बनाया गया है. हर कामयाब शख्स के बारे में जानना प्रेरणादायक रहा है. सुंदर पिचाई ने अपने बारे में खुद बताया है.
नई दिल्ली: नामी गिरामी शख्सियत के बारे में जानना हमेशा प्रेरणादायक रहा है. उनकी दिनचर्या क्या है, कैसे अपने दिन की शुरुआत करते हैं, किस तरह उन्होंने दौलत कमाई, उनकी कामयाबी के पीछे कौन से कारक रहे हैं. ऐसे बहुत सारे सवाल हैं जिनको जानने के लिए हर किसी की उत्सुकता रहती है. ऐसे ही एक शख्स हैं भारतीय मूल के सुंदर पिचाई. गूगल सीईओ सुंदर पिचई को हाल ही में अलफाबेट कंपनी की भी अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गयी है. लेकिन क्या आप जानते हैं उनकी दिनचर्या कैसे शुरू होती है ?
गूगल सीईओ सुंदर पिचाई से जानिए उनकी दिनचर्या का राज
गूगल और अलफाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई अपनी दिन की शुरुआत कैसे करते हैं. उन्होंने टेक्नोलोजी से संबंधित एक वेबसाइट के इंटरव्यू में खुद अपने बारे में बताया है. सुंदर पिचाई सुबह साढ़े छह बजे से सात बजे के बीच उठ जाते हैं. जब उनसे पूछा गया कि व्यायाम के दौरान उनका कितना समय बीतता है. उन्होंने बताया कि जहां तक सुबह की बात है तो हल्का – फुल्का व्यायाम कर लेते हैं और बाकी व्यायाम शाम में करते हैं.
नाश्ते में क्या लेना पसंद करते हैं अलफाबेट के सीईओ
सुंदर पिचाई नाश्ते में अंडा और चाय नियमित रूप से लेते हैं. सुंदर पिचई कहते हैं कि प्रोटीन की जरुरत पूरा करने के लिए सुबह में ऑमलेट लेते हैं. उनसे पूछा गया कि चाय और ऑमलेट के अलावा और क्या ? उन्होंने कहा, “चाय, ऑमलेट के अलावा टोस्ट भी उनके नाश्ते का हिस्सा होते हैं.” इसके अलावा सुंदर पिचाई की एक और विशेषता है जो अन्य दिग्गजों से उन्हें अलग करती है. तकनीक के क्षेत्र में होते हुए भी सुंदर पिचई देश दुनिया की खबरों से रुबरु होने के लिए इसका सहारा नहीं लेते हैं. बल्कि खबरों को जानने के लिए अखबार पढ़ते हैं. न्यूज सोर्स के लिए अखबार में उनका पसंदीदा ‘वाल स्ट्रीट जनरल’ है.
आपको बता दें कि अलफाबेट के संस्थापक ब्रिन और लैरी पेज के इस्तीफे के बाद सुंदर पिचई को अलफाबेट में सीईओ के तौर पर नियुक्त कर उनके कद को बढ़ाया गया है. आईआईटी खड़गपुर से पासआउट सुंदर पिचाई 2004 में गूगल का हिस्सा बने थे. उसके बाद से उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा. तरक्की करते-करते कंपनी में सीईओ के पद पर पहुंचे और इसके अलावा अलफाबेट की भी अतिरिक्त जिम्मेदारी दे दी गई.