Nusrat Choudhury News: अमेरिका की सीनेट ने गुरुवार (15 जून) को फेडरल जज के रूप में पहली मुस्लिम महिला नुसरत जहां चौधरी के नामांकन को मंजूरी दे दी है. 46 साल की चौधरी न्यूयॉर्क के पूर्वी जिले के लिए UFS कोर्ट जज के रूप में काम करेंगी. उन्हें संयुक्त राज्य अमेरिका में पहली बांग्लादेशी-अमेरिकी और महिला मुस्लिम संघीय न्यायाधीश बनाया गया है.


रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार को सीनेट ने 50-49 के एक कड़े फैसले में एक संघीय न्यायाधीश के रूप में उनकी नियुक्ति को मंजूरी दी. नुसरत जहां चौधरी ने अपने अधिकांश पेशेवर करियर को राष्ट्रीय ACLU के साथ बिताया, जहां उन्होंने नस्लीय न्याय और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर काम किया है. वह 2018 से 2020 तक संगठन के नस्लीय न्याय कार्यक्रम की उप निदेशक थीं. 


अमेरिकी राष्ट्रपति ने किया था नामित 


ACLU की वेबसाइट के अनुसार, नुसरत ने अमेरिकी सरकार की नो-फ्लाई लिस्ट प्रथाओं के संबंध में एक संघीय अदालत के फैसले का बचाव करने में मदद की. इतना ही नहीं, नुसरत चौधरी ने न्यूयॉर्क पुलिस विभाग की ओर से सर्विलांस के लिए मुसलमानों की भेदभाव करने वाली रूपरेखा को भी चुनौती दी था. गौरतलब है कि 19 जनवरी, 2022 को, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने नुसरत को न्यूयॉर्क के पूर्वी जिले के लिए संयुक्त राज्य जिला न्यायालय में अमेरिकी जिला न्यायाधीश के रूप में सेवा देने के लिए नामित किया था, जिसे अब जाकर मंजूरी मिली है.  


नुसरत चौधरी के बारे में 


साल 1998 में नुसरत चौधरी ने कोलंबिया विश्वविद्यालय से  ग्रेजुएशन किया था. इसके बाद इन्होंने प्रिंसटन स्कूल ऑफ पब्लिक एंड इंटरनेशनल अफेयर्स से पोस्ट-ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की. साथ ही साल 2006 में ये येल लॉ स्कूल से ज्यूरिस डॉक्टर बनीं. नुसरत के पिता शिकागो में रहे हैं और उन्होंने 40 सालों तक वहां बतौर फिजिशियन काम किया. 


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