आज का दिन अमेरिका के इतिहास का काला दिन रहा. राष्ट्रपति चुनाव 2020 के नतीजों को लेकर जारी सियासी खींचतान के बीच डोनाल्ड टंप के समर्थकों ने वाशिंगटन स्थित कैपिटल हिल में जबरदस्त हिंसा और हंगामा किया. हालांकि सुरक्षाकर्मियों ने काफी जद्दोजहद के बाद भीड़ को तीतर –बीतर करने में सफलता हासिल की. लेकिन इस दौरान चार की मौत हो चुकी थी. फिलहाल पुलिस ने 52 लोगों को गिरफ्तार किया है. इस बीच खबर आ रही है कि अमेरिकी सीनेट ने एरिजोना में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की जीत का दावा खारिज कर दिया है. सीनेट ने जो बाइडेन को ही एरिजोना को विजेता माना है. वहीं अमेरिकी संसद ने भी बाइडेन को विजेता घोषित कर दिया है. वहीं डीसी में इमरजेंसी के आदेश को दो हफ्ते बढ़ा दिया गया है. मेयर मुरील बोसेर ने इस आदेश की घोषणा की है. इससे पहले बुधवार को कैपिटल हिल्स में हिंसा के बाद शाम 6 बजे से सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू का आदेश दिया था.
कैसे और कब हुई हिंसा
जानकारी के मुताबिक वोटिंग के 64 दिन बाद कैपिटल हिल में इलेक्टोरल कॉलेज की प्रक्रिया चल रही थी. इसके मुताबिक जो बाइडन के राष्ट्रपति बनने पर मुहर लगाई जानी थी. लेकिन इसी दौरान हजारों की संख्या में ट्रंप समर्थकों की भीड़ वाशिंगटन में मार्च निकालने लगी और फिर जल्द ही दंगाइयों की भांति ट्रंप समर्थक कैपिटल हिल के अंदर घुस आए. कैपिटल के बाहर पुलिस और ट्रंप समर्थकों के बीच झड़प हुई. प्रदर्शनकारियों ने कैपिटल की सीढ़ियों के नीचे लगे अवरोधक तोड़ दिए. कैपिटल पुलिस ने बताया कि इलाके में एक संदिग्ध पैकेट भी मिला है. इस दौरान उपद्रवियों को रोकने के दौरान अमेरिकी संसद में ही गोली चली जिससे एक महिला की मौत हो गई. पुलिस के मुताबिक अब तक कुल चार लोगों मौत हो चुकी हैं.जिनमें से तीन की मौत मेडिकल इमरजेंसी के दौरान हुई. वहीं वॉशिंगटन डीसी पुलिस ने कैपिटल में हिसा करने के आरोप में अब तक 52 लोगों की गिरफ्तारी की है. मेट्रोपोलिटन पुलिस डिपार्टमेंट के चीफ रॉबर्ड जी कोंटी ने इस बात की पुष्टि की है.
ट्रंप के भाषण के दौरान हुआ हंगामा
बता दें कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संसद का संयुक्त सत्र शुरू होने से ठीक पहले कहा कि वह चुनाव में हार को स्वीकार नहीं करेंगे. उन्होंने आरोप लगाया कि इसमें धांधली हुई है और यह धांधली उनके डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी जो बाइडन के लिए की गई, जो नवनिर्वाचित राष्ट्रपति हैं.ट्रंप ने वॉशिंगटन डीसी में अपने हजारों समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा , 'जब धांधली हुई हो तब आपको अपनी हार स्वीकार नहीं करनी चाहिए.' ट्रंप ने एक घंटे से अधिक के अपने भाषण में दावा किया कि उन्होंने इस चुनाव में शानदार जीत हासिल की है. इधर ट्रंप भाषण दे रहे थे, उधर भीड़ ट्रंप-ट्रंप के नारे लगा रही थी. इसी दौरान ट्रंप समर्थक ससंद के भीतर घुस गए.
उपराष्ट्रपति ने हिंसक घटनाक्रम की निंदा की
वहीं अवरोध के बाद संयुक्त सत्र की बैठक शुरू होने पर अध्यक्षता कर रहे अमेरिकी उपराष्ट्रपति माइक पेन्स ने हिंसक घटनाक्रम को कैपिटल के लिए काला दिन करार दिया. पेन्स ने कहा, ‘’हिंसा करने वाले नहीं जीते, क्योंकि हिंसा कभी नहीं जीतती है. कांग्रेस की बैठक का फिर से शुरू होना यह बताता है कि हम एक मजबूत लोकतंत्र हैं और यह जनता का सदन है. चलिए अब काम शुरू करते हैं.’’
बाइडेन ने घटना को बताया राजद्रोह
इधर जो बाइडेन ने हिंसक घटना को राजद्रोह बताया उन्होंने अपने बयान में कहा, ''यह कोई विरोध नहीं है. यह एक विद्रोह है." बाइडेन ने डोनाल्ड ट्रंप से हंगामा खत्म करने की अपील करने के लिए भी कहा. बाइडेन ने कहा, 'मैं राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का आह्वान करता हूं कि वह अपनी शपथ पूरी करें और इस घेराबंदी को खत्म करने की मांग करें.'बाइडेन ने आगे कहा, 'मैं साफ कर दूं कि कैपिटल बिल्डिंग पर जो हंगामा हमने देखा हम वैसे नहीं हैं. ये वह लोग हैं, जो कानून को नहीं मानते हैं.'
राष्ट्रपति चुनाव 2020 के नतीजों पर क्यों जारी है खींचतान
बता दें कि अमेरिका में 3 नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव संपन्न हुआ था. इस चुनाव में बाइडेन को 306 वोट मिले थे जबकि ट्रंप को 232 वोट मिले थे. यानी बाइडेन को जीत हासिल हुई थी. लेकिन तब से लेकर अब तक ट्रंप अपनी जीत स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं. ट्रंप का आरोप है कि वोटिंग के दौरान और फिर काउंटिंग में बड़े पैमाने पर धांधली की गई.इस संबंध में कई राज्यों में केस भी दर्ज कराए गए. हालांकि अधिकतर में ट्रंप समर्थकों की अपील खारिज ही हुई.
अमेरिका में हुई हिंसा की पूरी दुनिया में हो रही निंदा
वहीं अमेरिका में हुई हिंसा की घटना की पूरी दुनिया में निंदा हो रही है. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि कनाडाई हमारे सबसे करीबी दोस्त और पड़ोसी अमेरिका में हुई इस घटना से परेशान और दुखी है. उन्होंने कहा कि हिंसा कभी भी लोगों की इच्छा पर भारी नहीं पड़ सकती. अमेरिका में लोकतंत्र की जीत होगी. वहीं वाशिंगटन डीसी में हुई हिंसा को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी प्रतिक्रिया दी है. पीएम मोदी ने ट्विटर पर लिखा है कि, “वाशिंगटन डीसी में दंगों और हिंसा की खबरें देखकर काफी व्यथित हूं. शक्ति का क्रमिक और शांतिपूर्ण हस्तांतरण जारी रहना चाहिए. लोकतांत्रिक प्रक्रिया को गैरकानूनी विरोध प्रदर्शनों के माध्यम से विकृत नहीं होने दिया जा सकता है."
अमेरिका में ताजा हालात
अमेरिका संसद में हुई हिंसा की घटना की निंदा अब ट्रंप के कई साथी और रिपब्लिकन सासंद भी कर रहे हैं. ये सब राष्ट्रपति पर महाभियोग चलाने की मांग भी कर रहे हैं. इतना ही नहीं ट्रंप से जुड़े कई अफसरों ने इस्तीफा देना भी शुरू कर दिया. डिप्टी एनएसए मैट पोटिंजर और व्हाइट हाउस की डिप्टी प्रेस सेक्रेटरी सारा मैथ्यू के इस्तीफा देने की खबरें हैं. वहीं फर्स्ट लेडी मेलानिया ट्रंप की पत्नी की चीफ ऑफ स्टाफ स्टेफनी ग्रिशम के भी इस्तीफा दिए जाने की बात सामने आ रही है. वहीं संसद में सत्ता हस्तानांतरण के लिए इलेक्टोरल कॉलेज वोटों की गिनती अभी भी जारी है.. गौरतलब है कि 20 जनवरी तक अमेरिता में सत्ता परिवर्तन हो जाएगा और जो बाइडेन देश के राष्ट्रपति की कुर्सी पर काबिज हो जाएंगे.
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