भारत और पाकिस्तान ने अपनी विस्तृत अर्जियां और जवाब अंतरराष्ट्रीय अदालत में पेश कर दिये हैं.
कुरैशी ने दक्षिणी पंजाब स्थित अपने गृह शहर मुल्तान में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमारे पास जाधव के खिलाफ ठोस सबूत हैं और उम्मीद है कि हम अंतरराष्ट्रीय अदालत में मामले में जीत दर्ज करेंगे.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम अंतरराष्ट्रीय अदालत के सामने अपना मामला प्रभावी ढंग से रखने के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेंगे.’’ कल जियो टीवी ने सूत्रों के हवाले से कहा था कि अंतरराष्ट्रीय अदालत अगले वर्ष फरवरी में एक सप्ताह तक रोजाना सुनवाई करेगी.
पाकिस्तान का कहना है कि उसके सुरक्षा बलों ने जाधव को बलूचिस्तान प्रांत से मार्च 2016 में तब गिरफ्तार किया था जब वह कथित रूप से ईरान से देश में घुसे थे. पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय अदालत में कहा है कि जाधव कोई सामान्य व्यक्ति नहीं है बल्कि वह जासूसी और तोड़फोड़ के इरादे से देश में घुसा था. दूसरी ओर भारत ने इन आरोपों से इनकार किया है और कहा है कि जाधव का अपहरण ईरान से किया गया था जहां वह नौसेना से सेवानिवृत्त होने के बाद अपने व्यापार के सिलसिले में रह रहे थे लेकिन उनका सरकार से कोई सम्पर्क नहीं था.
कश्मीर के मुद्दे को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाना चाहते हैं: पाकिस्तान
कुरैशी ने भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत पर कहा कि पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे को शांतिपूर्ण तरीके से भारत से बातचीत के जरिये सुलझाना चाहता है. उन्होंने उम्मीद जतायी कि पाकिस्तान की बातचीत की पेशकश पर भारत जवाब देगा. कुरैशी ने विश्वास जताया कि पाकिस्तान उन चुनौतियों से बाहर निकल आएगा जिनका सामना वह कर रहा है. उन्होंने लोगों से अपील की कि वें ‘‘कड़वे निर्णय किये जाने’’ पर भी पाकिस्तान तहरीके इंसाफ पार्टी की सरकार का समर्थन करना जारी रखें.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पहले 100 दिनों में पीटीआई अपने घोषणापत्र के आधार पर एक स्पष्ट रास्ता तय करेगी जिस पर सरकार चलेगी. साथ ही ‘‘पहली कैबिनेट बैठक में प्रधानमंत्री इमरान खान ने कुछ प्रमुख निर्णय किये हैं. उन्होंने निर्देश दिए और आपको देखना चाहिए कि लोग उन निर्देशों से कितने खुश हैं.’’
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