Kuwait Fire: कुवैत में मजदूरों के आवास वाली एक इमारत में बुधवार (12 जून) को लगी भीषण आग में 41 लोगों के मारे जाने की आशंका है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो मरने वालों में कई भारतीय भी शामिल हो सकते हैं. वहीं, 50 से ज्यादा लोग अस्पताल में भर्ती कराए गए हैं. घायलों में भी बड़ी संख्या भारतीय मजदूरों की है. अधिकारियों ने बताया कि आग बुधवार तड़के कुवैत के दक्षिणी अहमदी गवर्नरेट के मंगाफ क्षेत्र में स्थित छह मंजिला इमारत के रसोईघर में लगी.


बताया जा रहा है कि इमारत में करीब 160 लोग रहते थे, जो एक ही कंपनी के कर्मचारी हैं. बताया जा रहा है कि वहां रहने वाले कई कर्मचारी भारतीय थे. कुवैत में भारतीय दूतावास ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “आज भारतीय मजदूरों से जुड़ी दुखद आग दुर्घटना के संबंध में दूतावास ने एक आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. सभी संबंधित लोगों से अनुरोध है कि वे अद्यतन जानकारी के लिए इस हेल्पलाइन से जुड़ें. दूतावास हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है.”


विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जताया दुख


कुवैत की कुल जनसंख्या में भारतीय 21 प्रतिशत (10 लाख) तथा कार्यबल में 30 प्रतिशत (लगभग 9 लाख) हैं. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “कुवैत सिटी में आग लगने की घटना की खबर सुनकर बहुत दुख हुआ. खबर है कि 40 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है और 50 से ज्यादा लोग अस्पताल में भर्ती हैं. हमारे राजदूत मौके पर गए हैं. हम आगे की जानकारी का इंतजार कर रहे हैं.”


उन्होंने कहा, “इस दुखद घटना में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है. घायलों के शीघ्र और पूर्ण स्वस्थ होने की कामना करता हूं. हमारा दूतावास इस संबंध में सभी संबंधित लोगों को पूरी सहायता प्रदान करेगा.”


कंपनी का मालिक गिरफ्तार


‘कुवैत टाइम्स’ की खबर के अनुसार, कुवैत के गृह मंत्री शेख फहद अल-यूसुफ अल-सबाह ने पुलिस को मंगाफ इमारत के मालिक, इमारत के चौकीदार और मजदूरों के लिए जिम्मेदार कंपनी के मालिक को घटनास्थल पर आपराधिक साक्ष्य कर्मियों की जांच पूरी होने तक गिरफ्तार करने का आदेश दिया है.


घटनास्थल का दौरा करने के बाद मंत्री ने एक बयान में कहा, “आज जो कुछ हुआ वह कंपनी और भवन मालिकों के लालच का परिणाम है.”


ये भी पढ़ें:


Xi Jinping and Pm modi  : जिनपिंग ने नहीं दी PM मोदी को बधाई तो सोशल मीडिया पर लोगों ने खोला मोर्चा, बीच में आया दूतावास