लाहौर हाईकोर्ट ने 16 अप्रैल 2022 को पंजाब के मुख्यमंत्री के लिए चुनाव कराने का आदेश दिया है. कोर्ट ने आज एक छोटे से आदेश के जरिए अपना फैसला सुनाया है. पंजाब की मुख्यमंत्री सीट के लिए पीएमएल-एन (PML-N) के हमजा शाहबाज शरीफ और पीएमएल-क्यू (PML-Q) के चौधरी परवेज इलाही एक-दूसरे के खिलाफ हैं. हमजा शाहबाज वर्तमान में दौड़ में सबसे आगे हैं क्योंकि पीटीआई प्रांतीय विधानसभा के कई सदस्य पार्टी से अलग हो गए हैं.
आपको बता दें कि इससे पहले लाहौर हाईकोर्ट ने मंगलवार को इस याचिका पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था. इस याचिका में पंजाब के मुख्यमंत्री के चुनाव पर हस्तक्षेप करने की मांग की गई थी. समाचार एजेंसी एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक सीएम का चुनाव कराने के लिए पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज), पीएमएलक्यू और पंजाब विधानसभा सचिवालय सत्र के दौरान तटस्थ फैसला नहीं ले सके थे. जिसके कारण हाइकोर्ट के दखल का फैसला लिया गया था.
चरम पर है पाकिस्तान में सियासी तनाव
गौरतलब है कि इन दिनों पाकिस्तान में सियासी तनाव अपने चरम पर है. हाल ही में पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव के जरिये इमरान खान को प्रधानमंत्री के पद से हटाया गया है. उनकी जगह पर पाकिस्तान के नये प्रधानमंत्री के रूप में शहबाज शरीफ ने पीएम पद की शपथ ली है. इस तरह से वह पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एन) के नेता शहबाज़ शरीफ पाकिस्तान के 23वें प्रधानमंत्री बन गए हैं.
शहबाज शरीफ पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भाई हैं. सोमवार को दिन में पाकिस्तान की संसद ने शहबाज शरीफ को प्रधानमंत्री चुना. उनके पक्ष में 174 वोट पड़े. वहीं इस दौरान इमरान खान और उनकी पार्टी पीटीआई के सांसद मौजूद नहीं थे. पीटीआई ने पूरी प्रक्रिया का बहिष्कार किया.
मुल्क के 22वें प्रधानमंत्री खान को अविश्वास प्रस्ताव के जरिए पद से हटाया गया और वह पाकिस्तान के इतिहास में अविश्वास प्रस्ताव के जरिए हटाए गए पहले प्रधानमंत्री बन गए हैं. इमरान खान ने 18 अगस्त 2018 को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी. उनका 10 अप्रैल 2022 तक 1,332 दिनों का कार्यकाल रहा. इमरान खान तीन साल सात महीने और 23 दिन तक प्रधानमंत्री पद पर रहे.