गुरु गोबिन्द सिंह जयंती पर गैर सिखों को करतारपुर गुरुद्वारे में नहीं मिलेगा प्रवेश
सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव ने पाकिस्तान के करतारपुर में रावी नदी के किनारे स्थित दरबार साहिब गुरुद्वारे में अपने जीवन के अंतिम 18 वर्ष बिताए थे.
लाहौर: करतारपुर स्थित ऐतिहासिक दरबार साहिब गुरुद्वारे को पाकिस्तान गुरु गोबिन्द सिंह जयंती समारोह पर स्थानीय गैर सिखों के लिए शुक्रवार से तीन दिन के लिए बंद रखेगा. सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक ने अपने जीवन के अंतिम वर्ष गुरुद्वारा दरबार साहिब में ही बिताए थे.
करतारपुर कॉरिडोर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के करतारपुर स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब को भारत में पंजाब प्रांत के गुरदासपुर जिला स्थित डेरा बाबा नानक गुरुद्वारे से जोड़ता है.
इवैक्यूई ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड (ईटीबीपी) के प्रवक्ता आमिर हाशमी ने पीटीआई से कहा कि पाकिस्तान सरकार ने गुरु गोबिन्द सिंह जयंती समारोह पर तीन से पांच जनवरी तक पाकिस्तानी गैर सिखों को करतारपुर साहिब में प्रवेश न देने का निर्णय किया है.
ईटीपीबी पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों से जुड़े धार्मिक स्थलों की देखरेख का काम करता है.
करतारपुर कॉरिडोर जानें के लिए क्या है शर्तें और जरूरी जानकारी
1- इस तीर्थयात्री गलियारे में कोई भारतीय जा सकता है. उसको पाकिस्तान का वीजा लेने की जरूरत नहीं है.
2-यात्रा के लिए वीजा की जरूरत तो नहीं है लेकिन तीर्थयात्रियों को एक वैध पासपोर्ट ले जाने की आवश्यकता है.
3- इसके अलावा ओसीआई (भारतीय विदेशी नागरिकता) कार्ड धारकों को अपना OIC कार्ड ले जाना आवश्यकता है.
4- अब इस तीर्थ स्थल के समय के बारे में जान लीजिए. यह कॉरिडोर सुबह से शाम तक खुला रहेगा. जो यात्री सुबह कॉरिडोर में जाएंगे उन्हें उसी दिन शाम तक लौटना होगा. वहीं यह पूरे साल खुला रहेगा. अगर इसको बंद भी किसी दिन किया गया तो इसकी जानकरी पहले ही दी जाएगी.
5- तीर्थयात्रियों के पास अकेले या समूहों में जाने के लिए और पैदल यात्रा करने का भी विकल्प होगा.
6- जो भी यात्री करतारपुर कॉरिडोर में जाना चाहेगा उसकी सूची भारत पाकिस्तान को 10 दिन पहले ही सौंपेगा और फिर यात्रा की तारीख के चार दिन पहले पाकिस्तान यात्रियों का पुष्टिकरण करेगा.
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