America Latest News: फिलीपींस ने अमेरिकी यात्री एंथोनी लॉरेंस पर देश (फिलीपींस) में प्रवेश के लिए आजीवन प्रतिबंध लगा दिया है. यह कार्रवाई डिजिटल इमिग्रेशन फॉर्म पर "अपमानजनक शब्द" भरने और इमिग्रेशन अधिकारियों के साथ गलत व्यवहार करने पर फिलीपीन ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन की ओर से की गई है.


दरअसल, फिलीपींस ने अपने देश में ट्रैवल फॉर्म के लिए कागजी आवेदन स्वीकार करना बंद कर दिया है. वहां अब केवल इलेक्ट्रॉनिक ऐप्लिकेशन को ही स्वीकार किया जा रहा है. ऐसे में अब फिलीपींस जाने वाले यात्रियों को अपने आगमन और प्रस्थान से कम से कम 72 घंटे पहले डिजिटल फॉर्म भरना जरूरी है.


क्या कहा इमिग्रेशन ब्यूरो ने


फिलीपीन ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन कमिश्नर नॉर्न टैनसिंगको ने पिछले हफ्ते एक बयान में कहा, “34 वर्षीय एंथनी लॉरेंस को उसके कथित "अपमानजनक" व्यवहार के बाद देश में एंट्री से इनकार कर दिया गया और इसके नाम को स्थायी रूप से ब्लैक लिस्ट में डाल दिया गया है."


7 नवंबर को हुई ये घटना


34 वर्षीय लॉरेंस 7 नवंबर को बैंकॉक से मनीला के निनॉय एक्विनो अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे थे. फिलीपीन के अधिकारियों के मुताबिक, आगमन के बाद जब उन्हें एक ऑनलाइन ट्रैवल फॉर्म भरने को कहा गया तो उन्होंने एक इमिग्रेशन अधिकारी से गलत व्यवहार किया. इसके बाद आरोपी ने अपना पासपोर्ट और मोबाइल फोन दूसरे अधिकारी के पास फेंक दिया.


सिस्टम ने अपने आप पकड़ी खामी


सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, लॉरेंस एक वेल्थ इन्वेस्टर हैं जो कभी-कभी फिलीपींस में रहते हैं. इमिग्रेशन आयुक्त टैनसिंग्को ने अपने बयान में कहा कि, "हमारे सिस्टम में जब हमने लॉरेंस का फॉर्म डाला तो पता चला कि उन्होंने अपना पूरा नाम नहीं लिखा था. इमिग्रेशन अफसरों ने काफी धैर्य से काम लिया, लेकिन ऐसा व्यवहार न केवल अपमानजनक है बल्कि सिस्टम की विश्वसनियता को कमजोर करता है."


क्या है दूसरे पक्ष की सफाई


वहीं इस मामले में लॉरेन्स का कहना है कि उन्होंने तीन बार फॉर्म भरने की कोशिश की, लेकिन कुछ न कुछ गलत हो जा रहा था. इस बीच फ्लाइट का समय भी पास आ चुका था. फ्लाइट मिस न हो इसके लिए उन्होंने गलत जानकारी दे दी. लॉरेंस ने आगे कहा कि, "अपनी गलती का अहसास होते हुए मैंने तुरंत माफ़ी मांगी, लेकिन इमिग्रेशन ऑफिसर ने इसमें कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई."


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