FIFA World Cup: शकीरा (Shakira) कोलंबिया (Columbia) की मशहूर गायक है. इस दौरान फीफा विश्व कप (FIFA World Cup 2022) में भी चर्चा में है. हुआ यूं कि शकीरा ने रविवार (18 दिसंबर) को विश्व कप के दौरान ईरान (Iran) के फुटबॉलर आमिर नस्र (Amir Nasr-Azadani) के बात पर लोगों का ध्यान खींचने की कोशिश की. आमिर नस्र को हिजाब विरोधी विवाद में भाग लेने के लिए मौत की सजा का सामना करना पड़ रहा है.
फीफा विश्व कप फाइनल मैच की शुरुआत से कुछ मिनट पहले, शकीरा ने लिखा, 'आज विश्व कप के फाइनल में मैं उम्मीद करती हूं कि मैदान पर खिलाड़ी और पूरी दुनिया याद रखेगी कि आमिर नस्र नाम का एक आदमी और साथी फुटबॉलर है, जिसे मौत की सजा केवल महिलाओं के अधिकारों के पक्ष में बोलने के लिए दी जा रही है.' इससे पहले, उन्होंने फुटबॉलर के लिए अपना समर्थन घोषित किया और कहा, 'समानता और मानवाधिकारों की लड़ाई की प्रशंसा की जानी चाहिए, दंडित नहीं. मैं आमिर नस्र के साथ एकजुटता से खड़ी हूं'. आमिर नस्र को मौत की सजा क्यों?
देश में चल रहे विरोध आंदोलन से जुड़ाव
महसा अमिनी (Mahsa Amini) की मौत के बाद देश में चल रहे विरोध आंदोलन से जुड़े होने के कारण 26 वर्षीय ईरानी फुटबॉल खिलाड़ी आमिर नस्र-अज़ादानी को फांसी की धमकी का सामना करना पड़ रहा है. 17 नवंबर को कर्नल एस्माईल चेराघी और बासिज के दो सदस्यों की कथित तौर पर हत्या करने के आरोप में उन्हें फांसी की सजा सुनाई गई थी. महसा अमिनी की मौत के बाद ईरान में विरोध प्रदर्शन 16 सितंबर चल रहा है. 22 साल की महसा अमिनी की मौत को लेकर हिंसक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. देश के सख्त ड्रेस कोड के कारण तेहरान में नैतिकता पुलिस के हिरासत में लिए जाने के तीन दिन बाद उसकी मृत्यु हो गई.
502 प्रदर्शनकारियों ने अपनी जान गंवाई
ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट्स न्यूज एजेंसी (HRANA) के अनुसार, 17 सितंबर से 18 दिसंबर तक 502 प्रदर्शनकारियों ने अपनी जान गंवाई. मरने वालों में 69 बच्चे भी शामिल हैं. विरोध प्रदर्शनों में कुल 144 विश्वविद्यालय और 161 शहर शामिल हैं. कोलंबिया के बैरेंक्विला में जन्मी और पली-बढ़ी 45 वर्षीय पॉप गायिका को "लैटिन संगीत की रानी" कहा जाता है. शकीरा और आमिर नस्र दोनों फुटबॉल से जुड़े हुए हैं.