वॉशिंगटन: कोरोना संक्रमण को लेकर अमेरिका से चिंता में डालने वाली खबर सामने आयी है. अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन के लीक हुए दस्तावेजों से खुलासा हुआ है कि कोरोना अगले साल की गर्मी तक रहेगा. एक और चिंता की बात ये कि उस समय तक कोरोना की वैक्सीन भी तैयार नहीं हो पाएगी.


इन दस्तावेजों में ये भी चेतावनी दी गई है कि आने वाले महीनों में कोरोना का कहर बढ़ सकता है. टेस्टिंग को लेकर भी दस्तावेज में गंभीर बात कही गई है. इसके मुताबिक टेस्टिंग से भी इस बात की पुष्टि सौ फीसदी नहीं की जा सकती कि कोरोना वायरस नहीं है.


अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय पेंटागन से जुड़े इन दस्तावेजों पर किसी के हस्ताक्षर नहीं है. ऐसा कहा जा रहा है कि ये दस्तावेज रक्षा सचिव मार्क इस्पर के लिए होमलैंड डिफेंस एंड ग्लोबल सिक्योरिटी के सहायक सचिव ऑफ डिफेंस केनेथ रपुआनो ने तैयार किया है. लेकिन मेमो की आधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं हुई है.


आने वाले महीनों में वैश्विक स्तर पर कोरोना के फैलने का खतरा
मेमो के मुताबिक, 'आने वाले महीनों में कोरोना का दुनियाभर में बढ़े स्तर पर फैलने का खतरा बना रहेगा. कोरोना तब तक जारी रहेगा जब तक इसकी वैक्सीन तैयार नहीं हो जाती और व्यापक पैमाने पर लोगों को बचा नहीं लिया जाता.' कोरोना की वैक्सीन आने में एक साल से ज्यादा का समय लग सकता है और कोरोना महामारी एक बार जाने के बाद दोबारा लौट के भी आ सकती है.


लीक मेमो में सेना को लेकर रूपरेखा तैयार करने की भी बात कही गई है. कहा गया है कि हमारे पास आगे एक लंबा रास्ता है और हमें दोबारा इसे बड़े स्तर पर फैलने से रोकने के मिशन पर जुट जाना चाहिए. हमें गतिविधि के बढ़ते स्तर पर अपना ध्यान केंद्रित करना चाहिए.


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