Israel-Hezbollah War: लेबनान में ग्राउंड ऑपरेशन की तैयारी कर रही इजरायली सेना ने लोगों को आगाह किया है. इजरायली सेना ने दक्षिणी लेबनान के 30 से अधिक गांवों के निवासियों को तुरंत घर खाली करने का आदेश दिया है. सेना के प्रवक्ता ने लोगों से अपील की है कि वे अवाली नदी के उत्तर की ओर चले जाएं.


इजरायली सेना के प्रवक्ता अविचाई अंद्राई ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा है कि हिज्बुल्लाह के प्रतिष्ठानों और युद्ध सामग्री के पास रहने वाले लोग अपनी जान खतरे में डाल रहे हैं.


लेबनानी सेना क्यों नहीं दे रही जवाब?


लेबनान में हिज्बुल्लाह की सेना को निशाना बना रही इजरायली सेना पर भले ही हिज्बुल्लाह की ओर से जवाबी कार्रवाई की जा रही है लेकिन लेबनान की सेना ने इन हमलों पर कोई एक्शन नहीं लिया है. इसकी वजह बताते हुए भारत में लेबनान के राजदूत रबी नरश ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा, "किसी भी राष्ट्र के लिए जो कब्जे में आता है, उसका विरोध करना उसका अधिकार है."


उन्होंने बताया कि लेबनान की सेना को अब तक कार्रवाई में नहीं लगाया गया है, क्योंकि ऐसा करने से यह आधिकारिक रूप से दो राष्ट्रों के बीच युद्ध हो जाएगा. उन्होंने आगे कहा, "इस समय लोग इजरायल के कब्जे के खिलाफ विरोध कर रहे हैं. इजरायल गठन के बाद से लगातार लेबनान पर हमले कर रहा है. हिज्बुल्लाह और अन्य समूह इस कब्जे का विरोध कर रहे हैं."


इजरायल ने हाल ही में हिज्बुल्लाह ने 230 रॉकेट दागे थे. इसे लेकर नरश ने कहा, "इजरायल पर हिज्बुल्लाह के हमले पिछले 11 महीनों से नहीं हो रहे हैं. यह संघर्ष इजरायल के 1947-48 में गठन के बाद से जारी है. इजरायल अब भी लेबनान की जमीन पर कब्जा कर रहा है." राजदूत ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की आलोचना करते हुए कहा कि "अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की विफलता की वजह से हम पीड़ित हो रहे हैं. इजरायल के युद्ध अपराधों को रोकने के लिए उन्होंने कोई कदम नहीं उठाया."


'लोगों से बना है हिज्बुल्लाह, हम हैं हिज्बुल्लाह...'


राजदूत नरश ने साफ किया कि लेबनान हिज्बुल्लाह को आतंकवादी संगठन नहीं मानता. उन्होंने कहा, "वे स्वतंत्रता सेनानी हैं जो अपने देश की रक्षा कर रहे हैं. उनका संघर्ष इजरायल के राज्य आतंकवाद और कब्जे के खिलाफ है. हिज्बुल्लाह हमारे घरेलू मुद्दों पर एक राजनीतिक दल है."


लेबनानी राजदूत ने कहा, "जहां तक हिज्बुल्लाह के सदस्यों का सवाल है, तो लोग ही हिज्बुल्लाह हैं. हिज्बुल्लाह कोई काल्पनिक संगठन नहीं है. यह लेबनान के लोगों से बना है. वे लोग जो कब्जे का विरोध कर रहे हैं. तो, हां, लोग वहां (लेबनान) हैं. यह हिज्बुल्लाह या कोई और समूह हो सकता है, लेकिन क्या सिर्फ इसी वजह से उनके पूरे परिवार और उनके बच्चों को मारना उचित है." हिज्बुल्लाह के हथियारों के जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, "जहां तक हथियारों की बात है, मुझे नहीं पता कि वे उन्हें कहां छिपाते हैं."


'हम मानते हैं कि इजरायल के साथ गलत हुआ...'


लेबनानी राजदूत ने कहा, "हमने हमेशा राजनीतिक और कूटनीतिक समाधान का समर्थन किया है. हम दो राष्ट्र समाधान के पक्ष में हैं, जिसमें एक इजरायल और एक फिलिस्तीन का राष्ट्र हो. लेकिन इजरायल इस समाधान का विरोध कर रहा है." होलोकॉस्ट (यहूदियों का नरसंहार) के बारे में बात करते हुए नरश ने कहा, "हम यह नहीं नकारते कि यहूदियों को नुकसान हुआ, लेकिन इसका जिम्मेदार कौन था? यूरोपियों ने उनके खिलाफ अपराध किए थे, फिर अरब देशों और लेबनान को इसकी सजा क्यों भुगतनी चाहिए?"


इजरायल की ओर से हिज्बुल्लाह पर नागरिक इलाकों में छिपने का आरोप लगाने पर उन्होंने कहा, "यह एक झूठ है. हाल ही में पत्रकारों के लिए एक दौरा आयोजित किया गया था जहां उन्होंने देखा कि इजरायल ने केवल नागरिक इलाकों को निशाना बनाया."


ये भी पढ़ें:


बगल में राइफल, सीने में इंतकाम की आग, ईरान के सुप्रीम लीडर के तेवर दे रहे खतरनाक अंजाम के संकेत