Libyan protesters set fire to parliament building:  उत्तरी अफ्रीकी (North Africa) देश लीबिया (Libya) में प्रदर्शनों का दौर थमने में नहीं आ रहा है. यहां के निवासी सत्तासीन लोगों पर जनता के साथ गद्दारी का आरोप लगा रहे हैं. यहां के लोगों को भीषण गर्मी में भयंकर बिजली संकट का सामना करना पड़ रहा है. इस परेशानी से जूझते लोगों का गुस्सा लीबिया के टोब्रुक (Tobruk) संसद भवन पर फूट पड़ा. लोगों ने इस भवन को आग के हवाले कर दिया. गौरतलब है कि देश के पश्चिम में राजधानी त्रिपोली (Tripoli) में ये बीते आठ सालों का सबसे बड़ा प्रदर्शन था. इसी दौरान प्रदर्शनकारियों (Libyan Protesters) ने नारेबाजी करते हुए टोब्रुक में संसद भवन को आग के हवाले कर दिया.


अंतरिम प्रधानमंत्री लोगों के साथ


लोगों के इस प्रदर्शन के बीच त्रिपोली स्थित सरकार के अंतरिम प्रधानमंत्री अब्दुलहमीद दबीबा (Abdulhamid Dbeibah) ने प्रदर्शनकारियों की चिंताओं के समर्थन में आवाज उठाई है. गौरतलब है कि इस देश में जीने के लिए बदहाल होते जा रहे हालातों और महीनों के राजनीतिक गतिरोध पर जनता गुस्से में है और इस वजह से उसका गुस्सा संसद भवन पर फूटा है.


बुलडोजर से तोड़ा संसद भवन का गेट


गौरतलब है कि शुक्रवार एक जुलाई को प्रदर्शनकारियों ने पूर्वी शहर टोब्रुक में लीबिया की संसद पर धावा बोल दिया और उसके कुछ हिस्सों में आग लगा दी,स्थानीय मीडिया के मुताबिक एक प्रदर्शनकारी ने संसद परिसर के गेट को बुलडोजर से तोड़ा और अन्य ने कंस्ट्रकशन टूल्स से दीवारों पर हमला किया, जिसके बाद पुरुषों ने टायर जलाए और कारों को आग लगा दी, जिससे काला धुआं फैल गया. शुक्र ये रहा कि लीबिया में शुक्रवार को सप्ताहांत होने की वजह से इमारत खाली थी. इस वजह से किसी की मौत की खबर नहीं है. 


प्रदर्शनकारियों ने लहराए गद्दाफी सरकार के झंडे


लीबिया गर्मी की तपिश में बिजली कटौती से जूझ रहा है. उस पर  गहरी राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के बीच प्रमुख तेल सुविधाओं की नाकाबंदी से स्थिति और खराब हो गई हैं. प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने नारे लगाए, ""हम चाहते हैं हमें बिजली मिले."  इनमें से कुछ प्रदर्शनकारी गद्दाफ़ी शासन (Kadhafi Regime) के हरे झंडे लहराते भी देखे गए. 


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