इन मुस्लिम देशों में जमकर लोग पीते हैं शराब, लिस्ट में कई नाम देख चौंक जाएंगे
Alcohol Consumption: कुछ मुस्लिम देश धीरे-धीरे अपने यहां से शराब पर लगे प्रतिबंध हटा रहे हैं. आज हम आपको कुछ ऐसे मुस्लिम देशों के बारे में बताएंगे जहां पर शराब को पीने को लेकर प्रतिबंध नहीं हैं.
Alcohol Consumption In Muslim Country : दुनिया में कई मुस्लिम देशों में शराब पीने और बैचने पर रोक है. लेकिन ऐसे भी कुछ मुस्लिम देश हैं जो धीरे-धीरे अपने यहां से शराब पर लगे प्रतिबंध हटा रहे हैं. इन्हीं देशों में से एक सऊदी अरब है. जो कि जल्द राजधानी रियाद में अपनी पहली शराब की दुकान खोलने के लिए पूरी तरह तैयार है. ऐसे ही और भी मुस्लिम देश हैं, जहां पर शराब को पीने के लेकर प्रतिबंध नहीं हैं. तो चलिए जानते हैं ऐसे मुस्लिम देशों के बारे में जहां जमकर शराब बिकती है.
सऊदी अरब
क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के नेतृत्व में सऊदी अरब में कई क्रांतिकारी फैसले लिए गए हैं. उन्हीं में से एक फैसला शराब से प्रतिबंध हटाने का है. इसी कड़ी में देश की राजधानी रियाद में शराब की पहली दुकान खुलने जा रही है. लेकिन ये केवल गैर-मुस्लिम राजनयिकों को ही उपलब्ध कराई जाएगी. बता दें कि सऊदी अरब में 1950 से ही शराब पर प्रतिबंध लगा हुआ है. लगभग 70 वर्षों में पहली बार यहां शराब की दुकान खुल रही है.
जॉर्डन
जॉर्डन में शराब पी जा सकती है. लेकिन इसके लिए लोगों को नियमों का पालन करना ज़रूरी होता है. जॉर्डन में सड़क पर शराब पीना गैरकानूनी है. यहां पर भी
सड़क पर शराब पीना गैरकानूनी है. यहां पर शराब पीने की अनुमति केवल बार, क्लब, होटल, और निजी घरों में ही है. जॉर्डन में शराब की कीमतें भी ज्यादा है.
मिस्र
मिस्र में लोगों को शराब पीने की अनुमति है. लेकिन यहां पर भी कुछ बातों का खास ध्यान रखना होता है. वैसे तो ज़्यादातर इस्लामी देशों की तुलना में यहां पर शराब के प्रति कानून उदार है. लेकिन रमजान के समय शराब पर सख्त पाबंदी होती है. केवल विदेशी पासपोर्ट धारकों को ही शराब खरीदने की अनुमति होती है. मिस्र में लाइसेंस प्राप्त रेस्टरां या बार के अलावा कहीं भी शराब पीना अवैध है और इसके लिए गिरफ़्तारी भी हो सकती है.
मलेशिया
मलेशिया एक मुस्लिम बहुल देश है. सहां केवल गैर-मुसलमानों को शराब पीने की अनुमति है. इसके अलावा शराब को लेकर यहां कुछ प्रतिबंध भी हैं. जैसे कि पहले अगर किसी भी मुस्लिम को सार्वजनिक जगहों पर शराब पीते हुए पकड़ा जाता था. तो उसे बेंत से मारा जाता था और जुर्माना लगाया जाता था. लेकिन बाद में इसमें बदलाव करके बेंत मारने की जगह बच्चों के घर में तीन हफ़्ते की सामुदायिक सेवा कराई जाती है.
पाकिस्तान
पड़ोसी देश पाकिस्तान में मुसलमानों के शराब पीने पर प्रतिबंध है. लेकिन ये कानून गैर-मुसलमानों पर लागू नहीं होते हैं. लाइसेंस प्राप्त होटलों और होटलों में परमिट मिलने के बाद गैर-मुसलमानों को शराब परोसी जाती है. ऐसा ही कुछ ओमान और कतर में भी होता है.
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