Lithuania: यूक्रेन के साथ चल रहे युद्ध की वजह से रूस की छवि पर असर पड़ा है. दुनिया भर के देश रूस से दूरी बना रहे हैं. अब खबर है कि यूरोप के देश लिथुआनिया ने रूसी नागरिकों को अपने यहां अचल संपत्ति खरीदने पर बैन लगाने का फैसला किया है. लिथुआनिया ने राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए जोखिम का हवाला देते हुए यह फैसला लिया है.
दरअसल, लिथुआनिया की संसद में मंगलवार को रूस को लेकर कड़ा फैसला लिया गया. संसद में इस बात पर सहमति बनी कि रूसी नागरिकों को देश में प्रॉपर्टी खरीदने का हक नहीं मिलना चाहिए. इसके बाद यह फैसला लिया गया कि रूसी नागरिकों को बाल्टिक देश में अचल संपत्ति खरीदने पर प्रतिबंध लगाया जाएगा. इसके पीछे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए जोखिम का हवाला दिया गया.
नए वीजा जारी करने पर भी रोक
लिथुआनिया की संसद में रूसी नागरिकों के लिए लिया गया फैसला 2024 तक लागू रहेगा. हालांकि लिथुआनिया द्वारा लगाया गया प्रतिबन्ध उन रूसियों पर लागू नहीं होगा जिन्हें देश में निवास प्रदान किया गया है. सिर्फ इतना ही नहीं, लिथुआनिया की संसद ने रूस और उसके सहयोगी बेलारूस के नागरिकों को नए वीजा जारी करने पर भी रोक लगा दी है.
उप विदेश मंत्री जरगिता नेलियुप्सिएन ने मार्च में संसद में बिल पेश करते हुए कहा था कि बड़े मात्रा में रूसी नागरिक अपने देश की आक्रामक सैन्य कार्रवाइयों का समर्थन करते हैं. वे देश की आक्रामक सैन्य कार्रवाई को रोकने के बजाय इसे बढ़ावा देते हैं.
भारत से बेहतर सम्बन्ध चाहता है लिथुआनिया
गौरतलब है कि इससे पहले लिथुआनिया ने भारत की तरफ अपना झुकाव दिखाया था. लिथुआनिया के भारत में राजदूत डायना मिकेविसीन ने कहा था कि हम भारत के साथ अपने संबंधों को और मजबूत बनाना चाहता है. उन्होंने कहा है कि वह भारत के क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता का समर्थन करता है. वहीं, उन्होंने चीन के LAC उल्लंघनवादी की निंदा की थी.
ये भी पढ़ें: India Russia Defence: यूक्रेन के साथ युद्ध के बीच रूस ने बढ़ाई भारत की टेंशन, जानिए वजह