ईरानी संसद और खुमैनी की मज़ार पर हमले में 5 की मौत और दर्जनों घायल, ISIS ने ली जिम्मेदारी
तेहरान: ईरानी संसद (मजलिस) और इस्लामिक रिपब्लिक के संस्थापक अयातुल्लाह खुमैनी की मजार पर आतंकवादी हमले में कई लोग मारे गए हैं. ईरानी मीडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक बुधवार की सुबह चार बंदूकधारी अंधाधुंध फायरिंग करते हुए संसद परिसर में घुस गए. तो वहीं एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को संसद में ही उड़ा लिया. इस हमले में कम से कम 5 लोगों की मौत हो गई जबकि कई लोग जख्मी हुए हैं. हमले की जिम्मेदारी आईएसआईएस ने ली है.
बंदूकधारियों की अंधाधुंध फायरिंग के बाद संसद के दरवाज़े बंद कर दिए गए. खबरों के मुताबिक इस आत्मघात हमले में महिला सुसाइड बॉम्बर भी इनवॉल्व थी. तेहरान के एक सांसद का कहना है कि हमलावर क्लाशनकोव और हथगोले जैसे हथियारों से लैस हैं. इस हमले के बाद संसद के आस-पास सड़क पर ट्रैफिक की अवाजाही रोक दी गई है.
''ईरान में खुमैनी के मकबरे में दूसरा आत्मघाती हमला''
दक्षिण तेहरान स्थित ईरान की इस्लामी क्रांति के संस्थापक अयातुल्लाह रूहुल्ला खुमैनी के मकबरे के बाहर एक अन्य फिदायी हमलावर ने विस्फोट कर दिया. सरकारी प्रेस आईआरआईबी ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि यहां यह दूसरा आत्मघाती हमला है. इससे पहले, मकबरे में तीन से चार सशस्त्र हमलावर घुस गए थे और मकबरे के बाहर एक महिला ने विस्फोट कर खुद का उड़ा लिया था.
ISIS ने ली तेहरान में हमलों की जिम्मेदारी: अमाक एजेंसी
ईरान की राजधानी में आज हुए दोहरे हमलों की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट समूह ने ली. आईएस की प्रचार एजेंसी ‘अमाक’ ने यह जानकारी दी. एक हमला ईरान की संसद पर हुआ जबकि दूसरा देश के क्रांतिकारी संस्थापक रूहुल्ला खुमैनी के मकबरे पर हुआ.
एजेंसी ने ‘‘सुरक्षा से जुड़े सूत्र’’ के हवाले से बताया, ‘‘इस्लामिक स्टेट के लड़ाकों ने तेहरान में खुमैनी के मकबरे और संसद भवन पर हमला किया.’’ यह सुनियोजित हमला है, शहर के मध्य में स्थित संसदीय परिसर पर भी हमला हुआ है. इन हमलों में अब तक कम से कम 5 लोगों की मौत हो गई है.
हमलों में कम से कम आठ लोग घायल
समाचार एजेंसी आईएसएनए के मुताबिक शहर के दक्षिण क्षेत्र में स्थित खोमैनी के मकबरे के परिसर में कई सशस्त्र हमलावर घुस आए, उन्होंने कथित तौर पर एक माली की हत्या कर दी जबकि तेहरान स्थित संसदीय परिसर में चार बंदूकधारी घुस आए जिन्होंने एक सुरक्षा गार्ड की हत्या कर दी. खबरों के मुताबिक हमलों में कम से कम आठ लोग घायल हो गए.
गृह मंत्री ने बुलाई देश की सुरक्षा परिषद की विशेष बैठक
गृह मंत्री अब्दुलरहमान फाजिल ने आईएसएनए को बताया कि उन्होंने देश की सुरक्षा परिषद की विशेष बैठक बुलाई है. शिया बहुल ईरान आतंकी समूह इस्लामिक स्टेट समेत सुन्नी जिहादियों के निशाने पर रहता है. हालांकि अब तक यहां के शहरी क्षेत्र ज्यादातर हमलों से बचे रहे हैं.
ईरान, सीरिया में बशर असल असद के शासन और सीरिया की सुन्नी कट्टरपंथी समूहों से लड़ाई में मदद दे रहा है. दोनों ही देशों में आईएस पर दबाव बढ़ रहा है. सीरिया में रक्का और इराक में मोसूल जैसे आईएस के दो अंतिम महत्वपूर्ण शहरी गढ़ों पर आक्रमण तेज हो रहा है.
Traffic ban enforced in streets near #Parliament building in Tehran #TehranShooting pic.twitter.com/vW10YdjjdV
— Press TV (@PressTV) June 7, 2017
ईरान के प्रेस टीवी के मुताबिक संसद के भीतर अब हालात नियंत्रण में हैं और सुरक्षाबल शांति बहाली में लगे हुए हैं. इस हमले के बाद मजलिस के आसपास एंटी टेरर स्पेशल फोर्स की तैनाती कर दी गई है. सुरक्षाबलों ने एक हमलावर को घेर लिया गया है.
ईरानी मीडिया के मुताबिक हमलावरों ने कुछ लोगों को बंधक बना रखा है.
खोमैनी की मज़ार पर हमला
तेहरान में आधुनिक ईरान के संस्थापक अयातुल्लाह खोमैनी की मज़ार पर भी हमला हुआ है. आत्मघाती हमलावर ने मजार पर खुद को उड़ा लिया है. उसकी तस्वीरें भी सामने आ गई है.
Photo of the remains of Imam Khomeini Mausoleum suicide attacker #TehranShooting pic.twitter.com/Y0SgAjYaWX — Press TV (@PressTV) June 7, 2017
First photo of suicide explosion's aftermath at Imam Khomeini Mausoleum #TehranShooting pic.twitter.com/8wjUjMZW8t — Press TV (@PressTV) June 7, 2017
आपको बता दें कि इन दिनों खाड़ी देशों (अरब और फारस की दुनिया) में हालात बहुत नाजुक हैं. सऊदी अरब के जरिए कतर से रिश्ते तोड़ने के बाद क्षेत्र में हालात खराब हैं. ये हमला शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच खराब होते रिश्तों का नतीजा भी हो सकता है. हालांकि, अभी इस सिलसिले में कोई जानकारी नहीं मिली है.
याद रहे कि सऊदी अरब, बहरीन, मिस्र और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने सोमवार को कतर के साथ राजनयिक संबंध तोड़ दिए. इन देशों ने कतर पर आतंकवाद को सहयोग देने और उनके आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाते हुए संबंध तोड़े. सऊदी अरब ने तो कतर के साथ जमीन, वायु और समुद्री संपर्क भी समाप्त कर दिए. इसके साथ ही सऊदी अरब ने अपने देश से कतर के लोगों के निकल जाने का आदेश दिया है. साथ ही कतर में रह रहे सऊदी अरब के लोगों को स्वदेश लौटने को कहा है.