Liz Truss Admits Her Mistake: ब्रिटेन में सत्ता परिवर्तन की बयार के बीच प्रधानमंत्री लिज ट्रस ने कहा है कि उनसे गलती हुई और उस गलती को मानती हैं लेकिन प्रधानमंत्री पद को नहीं छोड़ेंगी. उनके इस बयान के बाद भारतीय मूल के ऋषि सुनक की उम्मीदों को झटका लगा है. दरअसल, एक सर्वेक्षण के आंकड़े सामने आए थे जिसमें लिज ट्रस के खिलाफ नाराजगी जाहिर की गई और ऋषि सुनक को पीएम चुनने की बात कही गई है.


लिज ट्रस सरकार ने हाल ही में संसद में मिनी-बजट पेश किया था. इस बजट में टैक्स बढ़ोतरी और महंगाई पर रोक लगाने वाले कदम उठाए थे लेकिन इसके तुरंत बाद ही उन्होंने इन फैसलों को सरकार ने वापस भी ले लिया. लिज ट्रस ने जब सत्ता संभाली थी तो कमर तोड़ती महंगाई से त्रस्त जनता को उनसे बहुत उम्मीदें थीं. इस एक वजह ये भी थी कि लिज ट्रस ने चुनाव जीतने के लिए लोक लुभावन वादे भी किए थे.


...और मुकर गईं लिज ट्रस


लिज ट्रस को सत्ता की कुर्सी तक पहुंचाने वाला एक प्रमुख चुनावी वादा टैक्स में कटौती करना था. लिज ट्रस ने सत्ता हासिल करने के बाद टैक्स में कटौती तो की लेकिन 2 अक्टूबर 2022 को अपने इस चुनावी वादे से मुकर गईं. उन्होंने कॉरपोरेट टैक्स में कटौती के फैसले को भी वापस ले लिया. लिज ट्रस के इस फैसले से पार्टी के अंदर ही बगावत के सुर सुनाई दे रहे हैं.


ऋषि सुनक की उम्मीदों लग सकता है झटका


ऋषि सुनक के प्रधानमंत्री बनने की उम्मीद तब बढ़ गई थी जब एक सर्वे में सामने आया कि वो अपनी प्रतिद्वंदी लिज ट्रस को हरा सकते हैं. You Gov के सर्वे में पाया गया कि अगर मौजूदा वक्त में चुनाव कराए जाते हैं तो 55 प्रतिशत लोग ऋषि सुनक को वोट करेंगे तो वहीं 25 प्रतिशत लोग लिज ट्रस के लिए मतदान करेंगे. 83 प्रतिशत लोग लिज ट्रस के कामगाज से निराश हैं.


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