लंदन: फायर टीम के सदस्यों ने लंदन की 24 मंजिला बिल्डिंग में कल लगी आग पर आज काबू पा लिया लेकिन बिल्डिंग से अभी भी धुआं उठता दिखाई दे रहा है. इस हादसे में कम से कम 12 लोग मारे गए हैं और लोगों के लापता होने की वजह से मृतक संख्या बढ़ सकती है.


हादसे के वक्त बिल्डिंग में मौजूद थे 600 लोग


लेटिमेर रोड पर स्थित लैंकेस्टर वेस्ट एस्टेट के ग्रेनफेल टावर में स्थानीय समय के मुताबिक रात एक बज कर 16 मिनट पर आग लगी. माना जा रहा है कि जिस वक्त आग लगी उस वक्त टावर के 120 फ्लैटों में 600 लोग मौजूद थे और उनमें से अधिकतर सो रहे थे. लंदन के फायर कमिश्नर डैनी कॉटन ने कहा कि फायर ब्रिगेड के लोगों के लिए बिल्डिंग के एकदम नजदीक जाना सुरक्षित नहीं है.


गर्मी की वजह से दिनभर धुंआ निकलता दिखाई देगा: अधिकारी


कॉटन ने स्काई न्यूज से कहा, आग अब बुझ चुकी है, छोटे छोटे सुलगते हुए ढेर दिखाई दे रहे हैं. बिल्डिंग की गर्मी की वजह से दिनभर धुआं निकलता दिखाई देगा. हमारा मानना है कि बिल्डिंग के अंदर अभी भी अज्ञात संख्या में लोग हैं. उन्होंने कहा, आगजनी की भयावहता को देखते हुए और जिस प्रकार से चीजें हैं हमें गहराई से खोज करने में वक्त लगेगा, दुर्भाग्य से अब हमें किसी के जिंदा होने की उम्मीद नहीं है.


मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है: पुलिस


मेटोपॉलिटन पुलिस कमांडर स्टुअर्ट मुंडे ने कहा, यह एक लंबा और जटिल राहत अभियान होने वाला है. मेरा अनुमान है कि मृतक संख्या बढ़ सकती है. रातभर फायर ब्रिगेड के लोग आग बुझाने में लगे रहे. बीबीसी ने अपनी रिपेार्ट में कहा कि बचाव दल हवाई प्लेटफॉर्म बना कर फ्लोर दर फ्लोर जा कर बिल्डिंग में रोशनी डाल रहे हैं और खोज अभियान चला रहे हैं. पुलिस ने 12 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है लेकिन तलाश का काम बढ़ने के साथ ही मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है. स्कॉटलैंड यार्ड ने कहा है कि 74 लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है जिनमें से 18 की हालत गंभीर है. गंभीर रूप से झुलसे लोगों को ठीक होने में लंबा वक्त लगेगा.


हादसे की होगी जांच: ब्रिटिश पीएम टेरीजा मे


ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे ने पूरे मामले की व्यापक जांच कराने का वादा किया है. टेरीजा में ने डाउनिंग स्टीट में कहा, जब एक बार आग लगने के कारणों का पता चल जाएगा तब यकीनन जांच होगी और अगर उससे कोई सबक लेने की जरूरत होगी तो वह लिया जाएगा और कार्रवाई की जाएगी.


बेघर हुए लोगों के लिए गुरुद्वारे-मस्जिदों के दरवाजे खोले गए


पीडितों की सहायता के लिए 10 लाख पाउंड जुटाए गए हैं. बेघर हुए लोगों के लिए गुरुद्वारे और मस्जिदों ने अपने दरवाजे खोल दिए हैं. अनुदानों का लेखा जोखा रखने वाले एक ब्रिटिश सिख भूपिंदर सिंह ने कहा, इसी वक्त हमारे समुदाय की अच्छाई सामने आती है, आपको यह पता चलता है कि इंग्लैंड में रहना कितना अच्छा है और लंदन निवासी होना कितना अच्छा. आग लगने के बाद यह प्रश्न उठ रहें हैं कि आग कुछ ही समय में कैसे पूरी बिल्डिंग में फैल गई. बिल्डिंग के नवीनीकरण का काम करने वाली विनिर्माण कंपनी रायडन ने अपनी वेबसाइट पर लिखा, कंपनी ने 2016 में बिल्डिंग के नवीनीकरण का कार्य पूरा किया और इसमें बिल्डिंग कंट्रोल, फायर कंट्रोल, स्वास्थ्य और सुरक्षा मानकों को पूरा किया था.


खराब रेफ्रिजेरेटर की वजह से लगी आग!


कहा जा रहा है कि आग आधी रात के ठीक बाद तीसरी और चौथी मंजिल पर एक खराब रेफ्रिजेरेटर की वजह से लगी और यह फैलती चली गई. प्रत्यक्षदशर्यिों ने बताया कि आग की लपटों में घिरी बिल्डिंग के अंदर फंसे कई लोग मदद के लिए चिल्ला रहे थे और अपने बच्चों को बचाने की गुहार लगा रहे थे. कुछ लोगों को चादर का इस्तेमाल कर बिल्डिंग से बच कर निकलने की कोशिश करते देखा गया. लोगों का आरोप है कि बिल्डिंग में गंभीर सुरक्षा खामियां थीं लेकिन इस पर कभी ध्यान नहीं दिया गया.