लंदन: लंदन में वैन और छुरों से किए गए हमलों के बाद ब्रिटेन की पुलिस ने आतंकवादी हमले की विस्तृत जांच करते हुए 12 लोगों को हिरासत में लिया है. इस हमले में सात लोगों की मौत हो गई थी. इस्लामिक स्टेट आतंकवादी समूह ने आज इस हमले की जिम्मेदारी ली है.


हमलावर मारे जा चुके हैं लेकिन प्रशासन यह निश्चित करने की कोशिश कर रहा है कि हमलावरों के साथ अन्य सहयोगी थे या नहीं. वहीं प्रधानमंत्री टेरीजा मे ने कल चेतावनी दी कि देश नए तरह के हमले का सामना कर रहा है.


देश के बड़े राजनीतिक दलों ने आम चुनाव से कुछ दिन पहले चुनाव अभियान को अस्थायी रूप से रोक दिया है. प्रधानमंत्री ने कहा है कि चुनाव अपने तय समयसीमा पर ही बृहस्पतिवार को होंगे क्योंकि ‘हिंसा को कभी भी लोकतांत्रिक पद्धति में बाधा डालने की इजाजत नहीं दी जा सकती.’’ हमला कल उस समय हुआ जब हमलावरों ने एक किराए वाले वाहन को व्यस्त लंदन ब्रिज पर पैदल चलने वालों पर चढ़ा दिया.


इसके बाद तीन हमलावर वाहन से छुरे के साथ निकले और बरो मार्केट में बार तथा रेस्त्रां में लोगों पर तब तक हमले करते रहे जब तक कि पुलिस ने उन्हें मार नहीं गिराया.


एसआईटीई इंटेलिजेंस ग्रुप के अनुसार इस्लामिक स्टेट ने अपनी अमाक समाचार एजेंसी के माध्यम से एक बयान जारी किया है. इसमें दावा किया गया है कि इस हमले के पीछे इस्लामिक स्टेट के ‘हमलावर’ जिम्मेदार हैं. इस्लामिक स्टेट ने अपने समर्थकों से वाहनों को हमले में इस्तेमाल करने की अपील की है.


इस साल ब्रिटेन में यह तीसरा हमला है, जिसकी जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली है. इसी तरह का हमला मार्च में वेस्टमिनिस्टर में हुआ था. दो सप्ताह पहले मैनचेस्टर कॉन्सर्ट में आत्मघाती हमला हुआ था. पिछले साल फ्रांस के नीस में भी बैस्टील डे के मौके पर एक वाहन ने लोगों को कुचला था.


शनिवार को हमला करने वाले तीनों हमलावर आत्मघाती बेल्ट पहने हुए थे लेकिन बाद में इस बेल्ट के फर्जी होने का पता चला.