Lufthansa Pilots Begin Strike: जर्मनी की एयरलाइन कंपनी लुफ्थांसा के पायलटों ने शुक्रवार आधी रात से अपनी एक दिन की हड़ताल शुरू कर दी. इस हड़ताल की वजह से लुफ्थांसा को अपनी 800 उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं. इससे लगभग 130,000 यात्री प्रभावित हुए हैं. जो फ्लाइटें कैंसिल हुईं हैं उनमें दिल्ली से फ्रैंकफर्ट और म्यूनिख की दो उड़ानें भी शामिल हैं. उड़ान रद्द होने से दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल 3 पर 700 यात्री फंस गए. इन यात्रियों और उनके रिश्तेदारों ने हवाईअड्डे पर हंगामा किया
हड़ताल से कौन सी उड़ानें प्रभावित हैं?
शुक्रवार को जर्मनी से प्रस्थान करने वाली सभी लुफ्थांसा उड़ानें हड़ताल में शामिल हैं, विशेष रूप से फ्रैंकफर्ट और म्यूनिख के प्रमुख केंद्रों में कार्यक्रम प्रभावित हुए हैं. दरअसल कल कई जर्मन राज्यों में गर्मी की छुट्टियां खत्म हो रही हैं, जिसका मतलब है कि कई परिवारों को असुविधा का सामना करना पड़ेगा. वहीं स्विस, ऑस्ट्रियाई, ब्रुसेल्स और यूरोविंग्स, सभी लुफ्थांसा सहायक कंपनियों के हड़ताल से प्रभावित होने की उम्मीद नहीं है. कंपनी ने कहा कि उनका शेड्यूल बिना किसी बदलाव के जारी रहेगा. यदि विमान और चालक दल पहले से ही विदेश में हैं, तो जर्मनी के बाहर से प्रस्थान करने वाली फ्लाइट निर्धारित समय के अनुसार संचालित होने की उम्मीद है.
हड़ताल के खिलाफ कोर्ट पहुंची थी कंपनी
वहीं इससे पहले शुक्रवार को लुफ्थांसा म्यूनिख श्रम अदालत में हड़ताल के खिलाफ अस्थायी निषेधाज्ञा के लिए अपनी अपील लेकर गई थी, जिसे अदालत ने खारिज कर दिया. कंपनी ने तर्क दिया था कि मुद्रास्फीति के आधार पर स्वचालित समायोजन के माध्यम से वेतन वृद्धि की पायलटों की मांग एक अवैध हड़ताल का उद्देश्य है. अदालत ने कहा, "लुफ्थांसा को पूर्व की बातचीत के दौरान अपनी कानूनी चिंताओं को व्यक्त करना चाहिए था ताकि इस विषय पर बातचीत हो सके."
पायलट क्या मांग कर रहे हैं?
कंपनी के साथ सामूहिक सौदेबाजी वार्ता विफल होने के बाद पायलटों के संघ वेरिनिगंग कॉकपिट (वीसी) ने गुरुवार रात हड़ताल का आह्वान किया. वीसी का कहना है कि वह 2023 के लिए स्वचालित मुद्रास्फीति समायोजन के साथ-साथ अपने 5,000 से अधिक पायलटों के लिए 5.5% वेतन वृद्धि की मांग कर रहा है.
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