Lula Da Silva: तीसरी बार ब्राजील के राष्ट्रपति बनेंगे लूला डी सिल्वा, गरीबी से लड़कर कर हासिल किया ये मुकाम
Brazil President: लूला डि सिल्वा 1980 में वामपंथी वर्कर्स पार्टी की स्थापना के साथ ही राजनीति में कदम रखा. लूला ने 1989 से 1998 तक तीन राष्ट्रपति चुनाव में भाग लिया लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली.
Brazil New President Lula De Silva: लुइज़ इनासियो लूला डी सिल्वा ब्राजील के नए राष्ट्रपति होंगे. उन्होंने चुनाव में राष्ट्रपति बोल्सोनारो (President Bolsonaro) को हरा दिया है. राष्ट्रपति पद के लिए हुआ यह चुनाव बहुत ही क्लोज था, जिसमें बोल्सोनारो को 49 फीसदी वोट मिले तो वहीं लूला डी सिल्वा ने 50.9 फीसदी वोट हासिल किए. 2003 से 2010 तक देश के 35वें राष्ट्रपति के रूप में सेवा करने के बाद लूला 1 जनवरी, 2023 को ब्राजील के 39वें राष्ट्रपति बन जाएंगे. ब्राजील के चुनाव इतिहास के तीन दशकों में यह अब तक का बहुत ही नजदीकी चुनाव था. ब्राजील के वामपंथी नेता लूला डा सिल्वा ने तीसरी बार राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल की है.
पूर्व वामपंथी नेता लूला डी सिल्वा ने 2018 में भी राष्ट्रपति चुनाव लड़ा था. चुनाव के दौरान ही मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) और भ्रष्टाचार के मामले के आरोपों के चलते उन्हें जेल भेज दिया गया और सेना के पूर्व कप्तान बोल्सोनारो ने राष्ट्रपति पद के चुनाव में जीत हासिल की. सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के आदेश के बाद 2019 में लूला डी सिल्वा को जेल से रिहा कर दिया गया.
गरीब किसान परिवार में हुआ जन्म
लूला डी सिल्वा जन्म 27 अक्टूबर, 1945 को ब्राजील के उत्तरपूर्वी राज्य पर्नामबुको में एक गरीब किसान परिवार में हुआ था. आठ बहन-भाई में वह अपने माता-पिता की सातवीं संतान हैं. उनका बचपन बेहद गरीबी में बीता. खेती मजदूरी करने वाले उनके माता-पिता बच्चों का पालन-पोषण करने के लिए ब्राजील की आर्थिक राजधानी साओ पाउलो में आकर बसने से पहले कुछ समय तक सैंटोस में रहा. लूला ने यहां एक जूता बनाने वाले स्ट्रीट वेंडर के रूप में काम किया. परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पाए.
पॉलिटिकल करियर की शुरुआत
सैंटोस में काम करने के दौरान ही उन्होंने बाद में एक वाम नेता के रूप में मान्यता प्राप्त की. उन्होंने 1964-1985 तक ब्राजील पर शासन करने वाली सत्तारूढ़ सैन्य तानाशाही के खिलाफ बड़े पैमाने पर आंदोलन किया. उसके बाद 1980 में वामपंथी वर्कर्स पार्टी की स्थापना करते हुए उन्होंने राजनीति की दुनिया में कदम रखा. लूला ने 1989 से 1998 तक तीन राष्ट्रपति चुनाव में भाग लिया लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली. अंत में 2002 में वह राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल करने में सफल रहे. वह ब्राजील के पहले श्रमिक वर्ग के राष्ट्रपति बने. वह 2003 से 2010 तक ब्राजील के राष्ट्रपति रहे. यह उनका छठा राष्ट्रपति चुनाव अभियान था.
विदेश नीति की हुई तारीफ
लूला ने अपने कार्यकाल के दौरान ब्राजील की विदेश नीति के माध्यम से दुनिया के साथ जुड़ने के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रशंसा प्राप्त की. उनकी घरेलू नीतियों जैसे बोल्सा फ़मिलिया कल्याण कार्यक्रम योजना ने ब्राजील की गरीब जनता की आर्थिक हालात में सुधान करने में काफी मदद की. 2003-2010 के बीच लूला के कार्यकाल के दौरान, उनकी नीतियों के चलते ब्राजील में बेरोजगारी और निरक्षरता के स्तर में काफी सुधार हुआ.
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