Chandra Grahan Timing in India, Lunar eclipse 2020: आषाढ़ की गुरु पूर्णिमा 5 जुलाई को लगने वाला चंद्रग्रहण इस साल लगने वाले पांच चंद्रग्रहणों में तीसरा चंद्रग्रहण है. इस चंद्रग्रहण में पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच तो आती है लेकिन तीनों एक ही रेखा में नहीं होते हैं. इस लिए यह चंद्रग्रहण उपछाया चंद्रग्रहण है. इसके पहले लगने वाले दोनों चंद्रग्रहण भी उपछाया चंद्रग्रहण थे. यह चंद्रग्रहण भारतीय समयानुसार सुबह 8 बजकर 37 मिनट पर शुरू हो जाएगा तथा 11 बजकर 22 मिनट ख़त्म होगा. दो घंटे 43 मिनट की अवधि वाला यहाँ चंद्र ग्रहण 9 बजकर 59 मिनट पर अपने चरम पर होगा.
चांद पर जीवन की संभावनाएं कितनी कहानी, कितना फसाना
जहां एक तरफ चंद्रग्रहण लग रहा है वहीँ लोगों में यह कौतूहल भी पैदा होता है कि चांद पर जीवन है या अभी तक जो खोजें हुई है वे केवल कहानी ही तो नहीं हैं.
दुनिया भर में चांद पर जीवन की संभावनाओं की तलाश के मिशन जारी हैं. खोजों से पता चला है कि पृथ्वी के प्राकृतिक उपग्रह चांद पर जीवन संभव हो सकता है. वैज्ञानिकों का कहना है कि बेतहाशा रेडिएशन, भीषण गर्मी, ब्रह्मांड के सबसे ठंडे तापमान और बिना भोजन के दशकों तक जीवित रह सकने वाले प्रजाति के जीव तो चांद पर कम से कम जीवित रह ही सकते हैं. इस प्रजाति को जीवविज्ञान में टारटीग्रेड्स कहा जाता है. यह एक सूक्ष्मजीव है जिसे माइक्रोस्कोप की मदद से ही देखा जा सकता है. इस प्रजाति के जीव पृथ्वी पर पाए जाते हैं.
इजरायल के स्पेसक्राफ्ट बेरेशीट के अध्ययन से आये ये रिजल्ट
भारत के चंद्रयान-2 लाँच करने से कुछ पहले इजरायल ने भी अपना स्पेसक्राफ्ट बेरेशीट चांद पर भेजा था. हालांकि, इजरायल का यह मिशन सफल नहीं रहा और स्पेसक्राफ्ट लैंड करते समय क्रैश हो गया. इस स्पेसक्राफ्ट को इजरायल की एक प्राइवेट कंपनी ने लांच किया था. इस मिशन के साथ अमेरिका की एक कंपनी आर्क मिशन फाउंडेशन भी जुड़ी थी जो अन्य ग्रहों पर /उपग्रहों पर जीवन की संभावनाओं को तलाश रही है. इस मिशन से जुड़े वैज्ञानिकों का कहना है कि ऐसा संभव है इस स्पेसक्राफ्ट के साथ गए टारटीग्रेड्स चांद पर अभी जीवित हैं.
आर्क मिशन फाउंडेशन के सह संस्थापक नोवा स्पीवैक ने कहा, अभी तक के संकेतों से ऐसा लग रहा है कि यान के क्रैश होने के बावजूद भी टारटीग्रेड्स जिंदा बचे हुए हैं. जो कि चांद पर जीवन की संभावनाओं की खोज के लिहाज से यह बहुत महत्वपूर्ण घटना है.
कैसे होते हैं ये टारटीग्रेड्स सूक्ष्मजीव?
टारटीग्रेड्स 8 पैरों वाला एक सूक्ष्मजीव हैं, जो पानी और जमीन दोनों पर जीवित रह सकता है.. माइक्रोस्कोप केअध्ययन करने पर पता चलता है कि इनकी संरचना किसी इल्ली की तरह की होती है और सूअर जैसी आकृति से भी समानता दिखती है.