मेक्सिको सिटी: मंगलवार को मैक्सिको में शक्तिशाली भूकंप के झटके महसूस किए गए. जोरदार आवाज के कारण लोग अपने-अपने घरों को बाहर निकल आए. भूकंप की जद में आने से पांच लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. मृतकों में राष्ट्रीय तेल कंपन पेमेक्स का एक कर्मचारी भी था.


भूकंप की तीव्रता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उसकी कंपन सैकड़ों मील तक महसूस की गई. रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 7.4 दर्ज की गई. अमेरिकी जियोलॉजिक सर्वे के मुताबिक भूकंप का केंद्र ओक्साका स्टेट के 43 मील के नजदीक और जमीन की सतह के 26 किलोमीटर नीचे पाया गया. ये पहाड़ी जगह कॉफी के लिए काफी मशहूर है. भूकंप आने के बाद कुछ देर के लिए देश की सबसे बड़ी तेल रिफाइनरी को बंद कर दिया गया.


कंपन के कारण सैकड़ों मील दूर इमारतें हिल गईं. लोग दहशत के मारे घरों से बाहर निकलकर गलियों में आ गए. करीब 30 इमारतों समेत कई चर्च को नुकसान पहुंचा. चर्च की एक गुंबद झुक गई. सामने आए वीडियो में छतों के पुल से पानी को आते हुए देखा गया. जमीन के हिस्से को दो भागों में अलग होते देख लोग दहशत में आ गए. भूकंप के वक्त 30 साल के मिगुल केंडेलेरा अपने कंप्यूटर पर काम कर रहे थे. उन्होंने बताया, "जब जमीन हिलने लगी तो मैं अपने परिवार के साथ बाहर भागा मगर गली के बीच में ही रुकना पड़ा क्योंकि रास्ते में सिर्फ चट्टानें ही दिखाई दे रहे थे."





उन्होंने बताया कि ये दृश्य देखकर आगे बढ़ना दुश्वार हो गया. गली तो बिल्कुल चिवगंम जैसी लग रही थी. वैज्ञानिकों के मुताबिक रिक्टर पैमाने पर 7 की तीव्रता वाला भूकंप तबाही का कारण माना जाता है. इससे बहुत ज्यादा जान माल की हानि होती है. 2017 में 7.1 तीव्रता वाले भूकंप से दक्षिणी मैक्सिको में भारी तबाही मची थी. 355 लोगों की मौत के साथ बड़े पैमाने पर जान-माल का नुकसान हुआ था. मंगलवार को आए भूकंप के बाद यूएस नेशनल ओसेनिक एंड एटमोस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन ने सुनामी की चेतावनी जारी की. हालांकि बाद में उसने अपने बयान को वापस लेते हुए खतरा टल जाने की बात कही.


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