Malala Yousafzai Over Pakistan: लड़कियों की पढ़ाई के लिए आवाज उठाने वाली मलाला यूसुफजई (Malala Yousafzai) ने सोमवार (30 जनवरी) को पाकिस्तान (Pakistan) के पेशावर (Peshawar) के मस्जिद में हुए आत्मघाती बम धमाके को लेकर संवेदना व्यक्त की है. इस बम धमाके में 46 लोगों की मौत हो गई और 150 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हो गए.
मलाला ने ट्वीट किया," पेशावर पुलिस लाइन में एक मस्जिद पर हुए हमले में इतने सारे लोगों की जान जाने या घायल होने से मैं टूट गई और हतप्रभ हूं. मैं सरकार और सुरक्षा बलों से सभी रूपों में आतंकवाद से लड़ने और प्रत्येक नागरिक की रक्षा करने का आग्रह करता हूं. मेरी प्रार्थना पीड़ित परिवारों के साथ है."
मलाला सिर्फ 15 साल की थी जब 2012 में लड़कियों की शिक्षा के लिए उनके अभियान को लेकर पाकिस्तानी तालिबान ने उनके सिर में गोली मार दी थी. उसे ब्रिटेन ले जाया गया जहां उनका बेहतर इलाज किया गया. वह एक ग्लोबल शिक्षा अधिवक्ता बन गई और अपनी कोशिशों के लिए नोबेल शांति पुरस्कार पा चुकी हैं.
पाकिस्तानी तालिबान कमांडर ली जिम्मेदारी
पेशावर विस्फोट में मरने वालों की संख्या बढ़कर 46 हो गई है, जबकि 150 से अधिक लोग घायल हुए हैं. पेशावर में एक पाकिस्तानी पुलिस मुख्यालय के अंदर एक मस्जिद में हुए विस्फोट में मरने वालों में अधिकांश पुलिसकर्मी शामिल थे. धमाका उस समय हुआ जब लोग दोपहर की नमाज अदा करने के लिए मस्जिद में जमा हुए थे. एक पाकिस्तानी तालिबान कमांडर सरबकाफ मोहम्मद ने हमले की जिम्मेदारी ली है.
पाकिस्तान के पीएम और राष्ट्रपति ने निंदा की
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने आतंकी हमलों की निंदा की है और अधिकारियों को पीड़ितों के लिए सर्वोत्तम संभव उपचार सुनिश्चित करने का आदेश दिया है. पूर्व पीएम इमरान खान ने भी इस जघन्य कृत्य की निंदा की. उन्होंने ट्वीट किया, "पीड़ित परिवारों के साथ मेरी प्रार्थना और संवेदनाएं हैं. यह जरूरी है कि हम अपनी खुफिया जानकारी में सुधार करें और आतंकवाद के बढ़ते खतरे से निपटने के लिए अपने पुलिस बलों को उचित रूप से तैयार करें."
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