नई दिल्लीः विवादित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाईक को लेकर मलेशिया सरकार ने कहा कि अगर भारत से प्रत्यर्पण आवेदन आएगा तो नाईक को भारत को सौंप दिया जाएगा. इसके लिए ट्रीटी के तहत भारत की ओर से आवेदन मिलना जरुरी है.


मलेशिया की सरकार ने संसद में माना है कि भारत से भाग कर ज़ाकिर नायक उनके ही देश में है. हाल ही में उसे मलेशिया की एक मस्जिद में देखे जाने की खबरें भी सामने आई थीं. मलेशिया के उप प्रधानमंत्री और गृह मंत्री अहमद ज़ाहिद हमीदी ने कहा कि भारत से प्रत्यर्पण का आवेदन मिलने पर ज़ाकिर नाइक को सौंप दिया जाएगा.


हमीदी ने मलेशियाई संसद में ज़ाकिर नायक को लेकर उठे सवालों पर कहा कि ''अभी तक भारत की तरफ से प्रत्यर्पण का कोई आवेदन नहीं मिला है. लेकिन अगर म्यूचुअल लीगल असिस्टेन्स ट्रीटी के तहत भारत की ओर से आवेदन मिला तो ज़ाकिर को प्रत्यर्पित कर दिया जाएगा. हालांकि हमीदी ने ज़ाकिर को हासिल मलेशियाई परमानेंट रेजिडेंसी खत्म करने से ये कहते हुए इनकार कर दिया कि उसके खिलाफ मलेशिया कानून के तहत कोई अपराध दर्ज नहीं है.


महत्वपूर्ण है कि बीते सप्ताह विदेश मंत्रालय प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा था कि भारत ज़ाकिर नायक के प्रत्यर्पण के लिए औपचारिक आवेदन की तैयारी कर रहा है. कुछ दिनों के भीतर यह काम पूरा हो जाएगा.