हवा में ही गायब हो गया 239 यात्रियों को ले जा रहा MH-370 विमान! अबूझ पहेली बनी ये दुर्घटना
Mission Flight MH370: मलेशिया सरकार ने एमएच-370 विमान की तलाश के लिए नए अभियान को मंजूरी दे दी है. इस अभियान की जिम्मेदारी टेक्सास स्थित मरीन रोबोटिक्स कंपनी Ocean Infinity को सौंपी गई है.

Mission Flight MH370: मलेशिया एयरलाइंस की उड़ान MH370 की खोज फिर से शुरू होने जा रही है. ये फ्लाइट 2014 में 239 यात्रियों के साथ लापता हो गई थी. मलेशियाई सरकार ने टेक्सास स्थित मरीन रोबोटिक्स कंपनी ओशन इन्फिनिटी को इस मिशन के लिए अंतिम मंजूरी दे दी है.
यह खोज अभियान 'नो फाइंड, नो फी' आधार पर होगा, यानी यदि विमान का मलबा नहीं मिलता है तो कंपनी को भुगतान नहीं किया जाएगा. यदि मलबा मिल जाता है, तो कंपनी को $70 मिलियन का भुगतान किया जाएगा.
पहले भी चला चुकी है अभियान
ओशन इन्फिनिटी पहले भी 2018 में एक असफल खोज अभियान चला चुकी है. इस बार, कंपनी दक्षिणी हिंद महासागर के एक नए 15,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में खोज करेगी. मलेशियाई सरकार इस प्रयास के माध्यम से लापता यात्रियों के परिवारों को क्लोजर प्रदान करना चाहती है.
2014 में हुआ था हादसा
मलेशिया एयरलाइंस की उड़ान MH370 ने 2014 में कुआलालंपुर से बीजिंग के लिए उड़ान भरी थी. इस विमान में कुल 239 यात्री सवार थे. उड़ान के दौरान यह वियतनाम के हवाई क्षेत्र से गुजर रहा था, जब अचानक इसका संपर्क टूट गया. सैटेलाइट डेटा विश्लेषण के आधार पर माना जाता है कि विमान पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के तट से दूर दक्षिणी हिंद महासागर में दुर्घटनाग्रस्त हुआ. हालांकि इसको लेकर की गई दो बड़ी खोजों में कोई ठोस निष्कर्ष नहीं निकला.
विमान ने उड़ान भरने के 40 मिनट बाद आखिरी बार सिग्नल भेजा था. जब यह वियतनाम के हवाई क्षेत्र में पहुंचा तो कैप्टन जहरी अहमद शाह ने आखिरी संदेश दिया था,"शुभ रात्रि, मलेशियाई तीन सात शून्य."
इसके तुरंत बाद विमान का ट्रांसपोंडर बंद हो गया, जिससे उसका ट्रैक करना मुश्किल हो गया. सैन्य रडार के मुताबिक, विमान ने अचानक अपनी उड़ान दिशा बदल दी और उत्तरी मलेशिया और पेनांग द्वीप के ऊपर से होते हुए अंडमान सागर की ओर मुड़ गया. फिर यह इंडोनेशिया के सुमात्रा द्वीप के सिरे तक पहुंचा और वहां से दक्षिण दिशा में मुड़ते ही सारा संपर्क पूरी तरह टूट गया.
पहले भी हो चुका है इस तरह का हादसा
एयर फ्रांस की फ्लाइट AF447 भी दुर्घटना का शिकार हो गई थी. ये फ्लाइट 1 जून 2009 को रियो डी जेनेरियो (ब्राजील) से पेरिस (फ्रांस) जा रही थी. इस विमान में कुल 228 लोग (216 यात्री और 12 क्रू मेंबर) सवार थे.
उड़ान के दौरान अटलांटिक महासागर के ऊपर अचानक विमान रडार से गायब हो गया. चार साल की गहन खोज और जांच के बाद इस दुर्घटना का कारण तकनीकी खराबी और पायलट की गलत प्रतिक्रियाओं को बताया गया.
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