India-Maldives Tention: मुइज्जू सरकार भारतीय सैनिकों के वापस आते ही डरी, रक्षा मंत्री बोले- मुश्किलें बढ़ गई
India-Maldives: भारतीय सैनिकों के हम वतन लौटने पर मालदीव की मुश्किलें बढ़ गई हैं. मालदीव के पास एक भी पायलट ऐसा नहीं है जो भारतीय विमानों को उड़ा सके. मालदीव में मंत्री ने खुद यह बात स्वीकारी है.
India-Maldives: मालदीव से भारतीय सैनिकों के वापस लौटने के बाद मोहम्मद मुइज्जू फंसे नजर आ रहे हैं. अब उनकी ही सरकार के लोग मुइज्जू की पोल-पट्टी खोल रहे हैं. मुइज्जू सरकार के रक्षा मंत्री घासन मौमून ने कहा है कि उनके पास सक्षम पायलट नहीं हैं जो भारत की तरफ से दिए गए विमानों का संचालन कर सकें. हाल ही में मालदीव से सभी 76 भारतीय सैन्य अधिकारी वापस आ गए हैं, जिसके बाद मालदीव में विमान उड़ाने के लिए पायलट नहीं हैं.
दरअसल, दोनों देशों ने तय किया था कि 10 मई तक सभी भारतीय सैनिक मालदीव से वापस लौट आएंगे. इसी के तहत 9 मई को ही भारतीय सैनिकों का आखिरी जत्था वापस आ गया. इसके बाद से ही मालदीव की तरफ से नए-नए आंकड़े और नए-नए बयान सामने आ रहे हैं. भारत की तरफ से मालदीव को दान में दिए गए दो हेलिकॉप्टर और डोर्नियर विमानों के संचालने से जुड़े सवाल पर मालदीव के रक्षा मंत्री ने जानकारी साझा की. घासन मौमून शनिवार को राष्ट्रपति कार्यालय में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे.
मालदीव के सैनिकों को दी गई थी ट्रेनिंग
एक पत्रकार के सवाल का जवाब देते हुए मौमून ने कहा, 'मालदीव राष्ट्रीय रक्षा बल के पास एक भी सैनिक ऐसा नहीं है जो भारत की तरफ से दिए गए विमानों को उड़ा सके.' इस दौरान उन्होंने बताया कि पिछली सरकार में समझौतों के तहत कुछ सैनिकों को उड़ान की ट्रेनिंग दी गई थी, लेकिन वह पूरी नहीं हो सकी.
भारतीय विमान नहीं उड़ा पाएंगे मालदीव के सैनिक
अधाधू न्यूज ने घासन के हवाले से बताया कि, 'भारतीय विमानों को उड़ाने के लिए सैनिकों को कई चरण पार करने थे, लेकिन मालदीव के सैनिक कुछ कारणों की वजह से ट्रेनिंग लेने में असफल रहे. ऐसे में एक पायलट नहीं है जो भारतीय हेलिकॉप्टर या डोर्नियर विमान को उड़ा सके.' मालदीव के सैनिकों के पास न तो इन विमानों के उड़ाने का लाइसेंस है न ही प्रशिक्षण.
मालदीव में तैनात हैं भारतीय चिकित्सक
दरअसल, मोहम्मद मुइज्जू जब से मालदीव की सत्ता में आए हैं भारत और मालदीव के रिश्ते लगातार खराब होते जा रहे हैं. पूर्व शर्तों के मुताबिक मालदीव में तैनात 76 भारतीय सैनिक अपने वतन लौट आए हैं. फिलहाल, अधाधू ने शनिवार को एक रिपोर्ट कहा था कि सेनहिया सैन्य हॉस्पिटल साल 2012 से अभी तक भारत सैन्य चिकित्सक तैनात हैं, इन्हें हटाने का मुइज्जू सरकार का कोई इरादा नहीं है.
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