Maldives government does not want to use Indian Planes: मालदीव की सत्ता में मुइज्जू के आने के बाद से भारत-मालदीव के रिश्ते काफी खराब हुए हैं. हाल यह है कि वहां कि सरकार भारतीय सैनिकों के साथ-साथ भारतीय डोर्नियर विमान और हेलीकॉप्टरों की भी मदद लेना नहीं चाहती है. मालदीव के मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वहां के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बड़ा बयान दिया है. अधिकारी का कहना है कि हमारी जमीं पर भविष्य में भारतीय विमानों का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा.
अधिकारी के इस बयान के बाद सवाल उठता है कि भारत की ओर से विमान की देखरेख करने के लिए भेजे गए टेक्निकल टीम का क्या होगा? फिलहाल इसपर कोई फैसला नहीं आया है. हाल ही में मालदीव की सरकार ने एयर एंबुलेंस सर्विस और मालदीव नेशनल डिफेंस फोर्स में एयर कार्गो का आगाज किया है. जिसके बाद उम्मीद जताई जा रही है कि भारतीय विमानों का परिचालन वहां बंद हो सकता है.
आपातकाल में इस्तेमाल होते थे भारतीय विमान
भारतीय विमानों का इस्तेमाल आपातकाल स्थितियों के दौरान होता था. इसमें समुद्री खोज अभियानों से लेकर मेडिकल इमरजेंसी और एक द्वीप से दूसरे द्वीप तक रोगियों को ले जाने का काम शामिल था.
दोनों देशों के बीच अभी यहां फंसा है पेच
दोनों देशों की सहमति के बाद भारत ने मालदीव से अपने सैनिको को वापस बुलाना शुरू कर दिया है. उनकी जगह पर सिविल तकनीकी कर्मचारी भेजे जा रहे हैं. हालांकि, वहां के अधिकारी यह मानने को तैयार नहीं हो रहे हैं कि ये सिविल तकनीक कर्मचारी हैं. उनका मानना है कि ये सादे ड्रेस में भारतीय सैनिक ही हैं.
मालदीव सरकार के अधिकारियों का कहना है कि सिविल तकनीकी कर्मचारियों की जल्द ही पुष्टि की जाएगी कि वह सैनिक हैं या महज एक कर्मचारी. फिलहाल वहां की सरकार किस आधार पर यह पुष्टि करेगी इसका खुलासा नहीं हो पाया है.
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